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UP: CM योगी के गोरखपुर में बेरोजगारों से लाखों की ठगी

कुवैत जाने के लिए दिल्ली पहुंचने के बाद लोगों को ठगे जाने का अहसास हुआ. नोएडा के सेक्टर-20 थाने में शिकायत दर्ज की गई है.

गोरखपुर के 50 से अधिक बेरोजगारों से ठगे लाखों गोरखपुर के 50 से अधिक बेरोजगारों से ठगे लाखों
अनुज मिश्रा/आशुतोष कुमार मौर्य
  • नोएडा/गोरखपुर,
  • 11 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:15 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पद संभालते ही प्रदेश को अपराध मुक्त करने का वादा किया था, लेकिन उनके होमटाउन गोरखपुर में ही ठग गरीबों को ठगते रहे. वह भी विदेश में नौकरी का सपना दिखाकर. कुवैत जाने के लिए दिल्ली पहुंचने के बाद लोगों को ठगे जाने का अहसास हुआ. नोएडा के सेक्टर-20 थाने में शिकायत दर्ज की गई है.

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मुख्यमंत्री का होमटाउन होने के नाते पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए तुरंत तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस के मुताबिक, उन्हें नासिर हुसैन, विशाल गुप्ता और सुरेंद्र वर्मा नाम के लोगों के खिलाफ शिकायत मिली है.

दरअसल पिछले साल नवंबर महीने में नासिर ने गोरखपुर में जोर-शोर से कुवैत में नौकरी दिलाने का प्रचार किया. विदेश में नौकरी का हर किसी का सपना होता है. गोरखपुर और आस-पास के सैकड़ों लोग नौकरी के लिए नासिर के पास पहुंचे.

नासिर ने उन्हें बताया कि कुवैत में वह प्लंबर, मेकैनिक, हेल्पर से लेकर इंजीनियर तक की नौकरी लगवा सकता है. नासिर ने नौकरी लगवाने के नाम पर सैकड़ों लोगों से 60 हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक लिए.

उसने सभी फर्जी वीजा पेपर दिए और उन्हें अलग-अलग तारीखों की टिकटें भी दे दी गईं. लेकिन तारीख हर बार बदलती रही. कुवैत नौकरी मिलने की खुशी में किसी ने कुछ भी चेक नहीं किया. सभी को 10 दिन पहले फिर से नई तारीख देते हुए नोएडा बुलाया गया.

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नोएडा के सेक्टर 44 में एक गेस्ट हाउस में इन बेरोजगारों को ठहराया गया. नोएडा में भी उनसे पैसे लिए गए. लेकिन जब शनिवार को एकबार फिर कुवैत जाने की तारीख निकल गई तो पीड़ितों ने ठग से बात करने की कोशिश की, लेकिन तब तक वह फरार हो चुका था.

गोरखपुर में बतौर एजेंट खुद को पेश करने वाले नासिर ने बेरोजगारों को नोएडा में विशाल गुप्ता और सुरेन्द्र वर्मा नाम के व्यक्तियों से संपर्क करा दिया. विशाल व सुरेन्द्र के खाते में उनसे पैसे भी जमा करवाए गए. उनसे बोला गया कि उनके टिकट तैयार हैं.

लेकिन शनिवार की दोपहर से ठगों ने फोन उठाना ही बंद कर दिया. लाख कोशिश के बाद जब ठगों से संपर्क नहीं हो सका, तब बेरोजगारों को अहसास हुआ कि उन्हें ठग लिया गया है. इसके बाद पीड़ित बेरोजगारों ने पुलिस को शिकायत की.

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