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भंवरी हत्याकांडः इंदिरा उर्फ गीताबाई को पकड़ने के लिए ATS ऑपरेशन की INSIDE STORY

राजस्थान के चर्चित भंवरी देवी मामले में एटीएस ने शनिवार को इंदिरा विश्नोई उर्फ गीताबाई को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया था. एटीएस के लिए गीताबाई को पकड़ना इतना आसान नहीं था. दरअसल भंवरी देवी हत्याकांड मामले में इंदिरा की गिरफ्तारी की इनसाइड स्टोरी बेहद दिलचस्प है.

इंदिरा को पकड़ने के लिए 5 टीम बनाईं गईं थीं इंदिरा को पकड़ने के लिए 5 टीम बनाईं गईं थीं
शरत कुमार
  • देवास,
  • 04 जून 2017,
  • अपडेटेड 6:58 PM IST

राजस्थान के चर्चित भंवरी देवी मामले में एटीएस ने शनिवार को इंदिरा विश्नोई उर्फ गीताबाई को मध्य प्रदेश के देवास से गिरफ्तार किया था. एटीएस के लिए गीताबाई को पकड़ना इतना आसान नहीं था. दरअसल भंवरी देवी हत्याकांड मामले में इंदिरा की गिरफ्तारी की इनसाइड स्टोरी बेहद दिलचस्प है.

तीन महीने चला ऑपरेशन
करीब तीन महीने से राजस्थान एटीएस का यह ऑपरेशन चल रहा था. पहले इस ऑपरेशन का नाम 'अशोक वाटिका' रखा गया. जिसके बाद इसे 'माता हरि' नाम दिया गया. इस ऑपरेशन के लिए पांच टीम बनाईं गईं थीं. एक टीम को ग्राउंड इंटेलिजेंस तो दूसरी को कवर करने की जिम्मेदारी दी गई थी.

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इंदिरा विश्नोई बन चुकी थी गीता मां
एक टीम टेक्निकल एनालिसिस का काम देख रही थी. एक टीम कोड ब्रेकिंग का काम कर रही थी तो दूसरी टीम के पास फाइनल और बैकअप ऑपरेशन का जिम्मा था. देवास में इंदिरा को गीताबाई उर्फ गीता मां के नाम से जाना जाता था. वह हरदा और झाड़पा इलाके में ठिकाने बदलते हुए संन्यासी की तरह रहती थी.

कोडवर्ड में करती थी बातचीत
वह आपस में कोडवर्ड में बातचीत करती थी. एटीएस टीम को 3 महीने इन कोड को डिकोड करने में लगे. जैसे, 'पंडित जी ने कहा है कि आज बगिया से दो ही फूल तोड़ने हैं.' इसके बाद शुरू हुआ ऑपरेशन का अगला हिस्सा. करीब दो महीने तक टीम में शामिल अधिकारी हैंडीक्राफ्ट सामान बेचने वालों का हुलिया बनाकर इलाकों में घूमते रहे.

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आखिरकार रंग लाई टीम की मेहनत
यह लोग अपने सामान की कीमत काफी ज्यादा बताते थे ताकि इनका सामान न बिके और उन्हें इलाकों में ज्यादा घूमने का मौका मिल सके. टीम की मेहनत रंग लाई और आखिरकार इंदिरा विश्नोई को पहचानने में उन्हें कामयाबी मिल ही गई. 5 दिन पहले उन्हें इंदिरा के बारे में पुख्ता जानकारी मिली और फिर शुरू हुआ ऑपरेशन का अंतिम चरण.

गिरफ्तारी के वक्त स्नान के लिए जा रही थी इंदिरा
इसमें एक दर्जन से ज्यादा अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल थे. शनिवार देर शाम सही मौका मिलते ही एटीएस ने इंदिरा को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के वक्त इंदिरा नर्मदा नदी में स्नान के लिए जा रही थी. फिलहाल इंदिरा से पूछताछ जारी है. पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस केस में और भी चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.

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