Advertisement

सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता, अमृतसर में पकड़ा गया एक और खालिस्तानी आतंकी

पंजाब के अमृतसर में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को पकड़ा है. पकड़ा गया आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का है. इससे पहले हाल ही में पंजाब के तरनतारन से दर्जनभर खालिस्तानी आतंकवादी पकड़े गए थे. पूछताछ में आतंकियों ने खुलासा कि आतंकी पंजाब में 26/11 जैसी बड़ी आतंकवादी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
मनजीत सहगल
  • अमृतसर ,
  • 02 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 10:47 AM IST

  • खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का एक और आतंकी अमृतसर से गिरफ्तार
  • आतंकवादी की पहचान साजन प्रीत के रूप में, स्पेशल टीम ने पकड़ा

पंजाब के अमृतसर में सुरक्षा बलों ने एक आतंकी को पकड़ा है. पकड़ा गया आतंकी खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स का है. इससे पहले हाल ही में पंजाब के तरनतारन से दर्जनभर खालिस्तानी आतंकवादी पकड़े गए थे.

पूछताछ में आतंकियों ने खुलासा कि आईएसआई और खालिस्तानी आतंकी पंजाब में 26/11 जैसी बड़ी आतंकवादी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.

Advertisement

पकड़े गए संदिग्ध आतंकी की पहचान साजन प्रीत के रूप में हुई है. यह गिरफ्तारी खासला कॉलेज क्षेत्र के पास हुई है. साजन प्रीत की गिरफ्तारी पुलिस के राज्य स्पेशल ऑपरेशन सेल की टीम ने की है.

ड्रोन नष्ट करने का आरोप

गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी पर ड्रोन को नष्ट करने और दो पिस्तौल बेचने का आरोप है. साथ ही माना जा रहा है कि उसने ड्रोन का इस्तेमाल भी किया था.

इस बीच पंजाब पुलिस की ऑपरेशन सेल पाकिस्तान से ड्रोन के द्वारा भेजे गए हथियारों और नकली करेंसी की जांच में जुटी हुई है. शुरुआती जांच में कई बड़े खुलासे भी हुए. पूछताछ में यह बात सामने आई कि पाकिस्तान द्वारा सबसे पहले ड्रोन के माध्यम से जो हथियारों की खेप तरनतारन में भेजी गई थी, उसको खालिस्तानी फोर्स के आतंकी अर्शदीप ने हासिल किया था. उन हथियारों को वो कश्मीर भेजने की फिराक में था.

Advertisement

तरनतारन केस में लगातार गिरफ्तारी का सिलसिला जारी है . पंजाब पुलिस अब तक 6 आतंकियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने पहले 5 लोगों को गिरफ्तार किया था और फिर पिछले हफ्ते पंजाब की स्टेट आपरेशन सेल ने जर्मनी में बैठे हुए गुरमीत सिंह उर्फ बग्गा उर्फ डॉक्टर के भाई को जालंधर से गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक, कश्मीर में हथियार नहीं पहुंचाए जाने की एवज में आतंकियों को दिल्ली या पंजाब में बड़े हमले का आदेश था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement