
बिहार में शराबबंदी को एक साल पूरा होने को है लेकिन प्रदेश में शराब की तस्करी बदस्तूर जारी है. आलम यह है कि शराब की तस्करी के लिए तस्कर एक से बढ़कर एक तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं. सूबे के तस्कर अब शराब तस्करी के लिए डाक गाड़ियों तक का इस्तेमाल कर रहे हैं.
बिहार में शराब की तस्करी के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल हो चुका है, बैंकों की कैश वैन का इस्तेमाल हो चुका है और अब शराब तस्करी के लिए डाक विभाग की पार्सल वैन के इस्तेमाल का मामला सामने आया है. बीते चार दिनों के अंदर हाजीपुर पुलिस ने कंटेनरनुमा डाक पार्सल की दूसरी गाड़ी को पकड़ा है, जिसमें शराब भरी हुई थी.
डाक पार्सल की इस गाड़ी में 319 पेटी विदेशी शराब मिली. पुलिस ने इस डाक गाड़ी के साथ चल रही एक गाड़ी भी जब्त की है. गाड़ी में सवार चार लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने इनके पास से 4 लाख रुपये बरामद किए हैं. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों से पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस शराब के जखीरे की डिलीवरी कहां की जानी थी.
गौरतलब है कि बीते 29 मार्च को भी हाजीपुर के महुआ इलाके से पुलिस ने डाक पार्सल की एक गाड़ी से 325 पेटी विदेशी शराब बरामद की थी. बिहार में शराब तस्करी के लिए हर रोज अपनाए जा रहे इन नए-नए हथकंडों के बीच ये आशंका भी जाहिर होने लगी है कि क्या शराब के इस अवैध कारोबार में डाक विभाग के कर्मचारी भी मिले हुए हैं. बहरहाल पुलिस मामले में जांच की बात कह रही है.