
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रिसर्च स्कॉलर मन्नान वानी के कश्मीरी आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ग्रुप में शामिल होने की आशंका के बाद यूपी पुलिस और तमाम एजेंसियों में हड़कंप मच गया है. बीती रात मन्नान की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं थीं जिसमें वह एके-47 हथियारों के साथ दिखाई दे रहा है. हालांकि इस तस्वीर और हिजबुल में शामिल होने की खबरों पर औपचारिक तरीके से एजेंसियों ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है.
3 जनवरी से गायब मन्नान वानी की मां और बहन ने उससे वापिस लौट आने की अपील की है. बता दें कि कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में रहने वाला मन्नान अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में रिसर्च स्कॉलर था. एके-47 के साथ उसकी तस्वीरें सामने आईं तो यूपी पुलिस और तमाम एजेंसियों के कान खड़े हो गए. सोमवार की सुबह ही यूपी पुलिस की विशेष टीम स्वाट कमांडो उसके साथ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मन्नान के उस हॉस्टल में पहुंच गए जहां वो रहता था.
यूनिवर्सिटी कैंपस में बने हबीब हॉल के कमरा नंबर 237 में रहता था मन्नान वानी. पुलिस के साथ सारा प्रशासनिक अमला हॉस्पिटल के चप्पे-चप्पे की तलाशी लेने में जुट गया. मन्नान के हॉस्टल के कमरे को भी खंगाला गया जहां से पुलिस ने भारी तादाद में साहित्य (लिटरेचर) बरामद किए, जिनकी जांच की जा रही है.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर मोहसिन खान ने बताया कि मन्नान वानी को तत्काल प्रभाव से यूनिवर्सिटी से सस्पेंड कर दिया गया है. मामले की जांच कर रहे अलीगढ़ के एसएसपी राजेश पांडे के मुताबिक पुलिस ने मन्नान के कमरे से बरामद साहित्य को विश्लेषण के लिए भेज दिया है. पुलिस और यूनिवर्सिटी के सूत्रों की मानें तो मन्नान किसी भी संदेहास्पद गतिविधि में लिप्त नहीं पाया गया था ना ही किसी घटना क्रम में उसके शामिल होने की जानकारी थी. डॉक्टर का कहना है कि मन्नान वानी यूनिवर्सिटी और अपने हॉस्टल में नियमित छात्र था.
इसकी जांच से जुड़ी हर जानकारी इंटेलिजेंस ब्यूरो और एनआईए के साथ साझा की जा रही है. यूपी एटीएस पूरी गंभीरता से इस मामले की जांच कर रहा है. अलीगढ़ पुलिस सूत्रों की मानें तो मन्नान वानी के कॉल रिकॉर्ड्स पुलिस खंगाल रही है और जिन लोगों से उसकी बातचीत हुई है पुलिस जल्दी ही उनसे पूछताछ करेगी. सूत्रों ने आज तक कोई भी जानकारी दी है कि मन्नान के कमरे में कई जगहों पर ईमेल ID लिखे पाए गए थे जिनकी जांच पुलिस कर रही है.
इसके साथ ही मन्नान का ट्विटर अकाउंट भी खंगाला जा रहा है और उन लोगों के साथ मन्नान की सोशल मीडिया पर चर्चा के हिस्सों को भी बारीकी से देखा जा रहा है. पुलिस को सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं मन्नान वानी के कमरे से बरामद मोबाइल फोन के उन खाली डिब्बों से जिसमें अब फोन मौजूद नहीं है.
पुलिस को उम्मीद है कि इन खाली डब्बों से बड़ा सुराग हाथ लग सकता है. मन्नान वानी मामले के सामने आने से परेशान अलीगढ़ पुलिस को यह समझ नहीं आ रहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय जैसे उच्च संस्थान में पढ़ने वाले छात्र के हाथों में एके-47 कैसे पहुंची.