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फर्जी कॉल सेंटर स्कैमः आरोपी मास्टर माइंड मुंबई में गिरफ्तार

फर्जी कॉल सेंटर्स के मास्टरमाइंड जगदीश कनानी को आखिरकार मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया है. जगदीश कनानी पर फर्जी कॉल सेंटर के जरिए अरबों रुपयों की ठगी का आरोप है. पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर स्कैम में अभी तक 70 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.

फर्जी कॉल सेंटर स्कैम फर्जी कॉल सेंटर स्कैम
राहुल सिंह
  • मुंबई,
  • 17 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

फर्जी कॉल सेंटर्स के मास्टरमाइंड जगदीश कनानी को आखिरकार मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया है. जगदीश कनानी पर फर्जी कॉल सेंटर के जरिए अरबों रुपयों की ठगी का आरोप है. पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर स्कैम में अभी तक 70 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है.

मुंबई पुलिस ने 32 साल के मास्टर माइंड जगदीश कनानी को रविवार रात मुंबई के बोरीवली इलाके से गिरफ्तार किया. फर्जी कॉल सेंटर स्कैम में गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ में जगदीश कनानी का नाम सामने आया था. जगदीश कनानी ठगी के धंधे का मास्टर माइंड होने के साथ ही एक बिजनेसमैन भी है और इसके अहमदाबाद, गुड़गांव और मुंबई में कई दफ्तर हैं.

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जगदीश पहले विदेश में रहकर बीपीओ में काम करता था. जगदीश ने वहीं रहकर आउटसोर्सिंग के जरिए कलेक्शन के तौर-तरीकों में महारत हासिल की. जिसके बाद जगदीश ने भारत आकर कई शहरों में कॉल सेंटर खोले. दरअसल 5 अक्टूबर को मुंबई पुलिस ने मीरा रोड के एक कॉल सेंटर पर छापा मारकर इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया था. कथित फर्जी कॉल सेंटर को सागर ठक्कर नाम का एक युवक चलाता था.

जगदीश ने 2010 में अहमदाबाद और मुंबई में कई फर्जी कॉल सेंटर खोले थे. सागर उस समय जगदीश के साथ ही काम करता था. जगदीश ने ही सागर को टेक्नोलॉजी और ठगी की पैंतरे सिखाए थे. बाद में दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया और सागर मुंबई आ गया. इसी साल मार्च में दोनों एक बार फिर साथ आ गए.

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पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने फर्जी कॉल सेंटर्स के जरिए अभी तक 6500 अमेरिकी नागरिकों से 239 करोड़ रुपए ठगे हैं. पुलिस ने छापेमारी में लैपटॉप, हार्ड डिस्क, सर्वर संबंधी उपकरण और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद किया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 कॉल सेंटर्स के 70 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 700 कर्मचारियों पर केस दर्ज किया गया है.

जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि कॉल सेंटर्स के कर्मचारी अमेरिकी लहजे में इंग्लिश बोलकर लोगों को अपने जाल में फंसाते थे. पहले यह लोग अमेरिका में रह रहे टैक्स डिफॉल्टर लोगों की जानकारी हासिल करते थे. फिर टैक्स ऑफिसर बनकर उन्हें फोन पर धमकाते थे और ठगी करते थे. गौरतलब है कि जगदीश कनानी के फर्जी कॉल सेंटर्स इस तरीके से रोजाना करीब एक से डेढ़ करोड़ रुपए की कमाई कर रहे थे.

पुलिस की माने तो इनकी सालाना कमाई तकरीबन 300 करोड़ से भी ज्यादा थी. फिलहाल पुलिस जगदीश कनानी से पूछताछ कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के बाद इस फर्जीवाड़े में कई और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं.

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