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LIC पॉलिसी के 60 लाख रुपये हड़पने के लिए युवक की हत्या, आरोपी गिरफ्तार

एलआईसी पॉलिसी के रुपयों के लिए एक युवक की हत्या कर दी गई. हत्या के आरोप में पुलिस ने जिस शख्स को गिरफ्तार किया वो मृतक को भाई बताकर शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर अंतिम संस्कार करवा रहा था.

प्रतीकात्मक तस्वीर (इंडिया टुडे आर्काइव) प्रतीकात्मक तस्वीर (इंडिया टुडे आर्काइव)
शरत कुमार/सना जैदी
  • अलवर,
  • 12 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 12:07 AM IST

राजस्थान के अलवर में एलआईसी पॉलिसी के 60 लाख रुपये हड़पने के लिए फिल्मी स्टाइल में एक युवक की हत्या कर दी गई. भाई बताकर शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर अंतिम संस्कार करवा रहे शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

शव का अंतिम संस्कार करने से पहले ही पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया. जिले के सदर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस ने आरोपी अनिल और पवन खत्री को गिरफ्तार किया है. उन्होंने अपना जुर्म कबूल भी किया है.

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दरअसल, 30 सितंबर को ढाबे पर काम करने वाले सालपुर निवासी रामकेश की हत्या कर उसकी जेब में अलापुर निवासी सुनील खत्री का वोटर आईडी कार्ड डाल दिया गया. जिसके आधार पर पुलिस ने सुनील खत्री के परिजनों को सूचित कर पंचनामा करवाकर मृतक का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव सुपुर्द कर दिया. इसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया जा रहा था तभी मृतक रामकेश के परिचित ने उसको पहचान लिया और पुलिस को सूचना दे दी.

पुलिस शव को लेकर आई और उसकी पहचान करवाई तो सालपुर निवासी रामकेश भोपा के रूप में हुई. परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज करवाया था. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और सदर थाना पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली.

पुलिस ने अलीपुर निवासी अनिल खत्री और पवन खत्री को हत्या में प्रयोग की गई बोलेरो सहित गिरफ्तार किया है. जबकि एक आरोपी बोलेरो चालक फरार है. सदर थाना पुलिस प्रभारी राम निवास मीणा ने बताया कि 2 अक्टूबर को मृतक के परिजन संजय योगी द्वारा एक रिपोर्ट दी गई कि मेरे भतीजे रामकेश योगी की हत्या अलापुर निवासी सुनील खत्री के परिवार के लोगों ने की है, इस पर पुलिस ने जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर टीम गठित करते हुए आरोपी अनिल से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.

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उसने बताया कि उसके भाई सुनील खत्री की 60 लाख रुपये की एलआईसी पॉलिसी के चक्कर में उन्होंने रामकेश की बोलेरो से सिलीसेढ़ के समीप हत्या कर दी और रामकेश की जेब में सुनील खत्री की आईडी डाल दी. इसके बाद पोस्टमॉर्टम करवाकर उसका दाह संस्कार अलापुर में कर रहे थे तभी किसी ने रामकेश के शव को पहचान लिया. पुलिस ने दोनों आरोपी अनिल खत्री और उसके चाचा के लड़के पवन खत्री को हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है.

आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि सुनील खत्री करीब 4 साल से गायब है. उसके भाई ने यह षड़यंत्र रचकर उसको मृत घोषित करवाकर पॉलिसी हड़पने के लिए दूसरे व्यक्ति की हत्या कर उसको सुनील साबित कर दिया था. लेकिन उनके मंसूबो में अंतिम संस्कार में आए मृतक के परिचित ने पहचान कर पानी फेर दिया.

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