
अमेरिका के अल्टीमेटम का खौफ होने के बाद भी पाकिस्तान की झूठी हेकड़ी जारी है. और उसका लाडला आतंकी हाफिज सईद एक कदम आगे जाकर फिर भारत के खिलाफ जहर उगल रहा है. दरअसल, आतंकी आका हाफिज़ आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप की गहरी दोस्ती से खौफज़दा है.
अमेरिकी हंटर से आतंकवादियों की जन्नत जलने लगी, तो आतंकी आका भी तिलमिला उठा. पाकिस्तान का सबसे लाडला आतंकवादी हाफिज सईद तो अमेरिका के अल्टीमेटम के पीछे भी भारत की चाल बता रहा है. उसका कहना है 'जब मैं कश्मीर के लिए बोलता हूं तो इंडिया मसला बनाता है. इंडिया-अमेरिका की बड़ी दोस्ती है आजकल. इंडिया जो खुद नहीं कर पाता वो अमेरिका से करवाता है.'
अपने गिरेबां में झांकने की जगह भारत को टारगेट करने वाला हाफिज आज अमेरिका की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में है तो यकीनन इसके पीछे भारत का दबाव भी है. आतंकवाद के खिलाफ दुनिया में सबसे बड़ी जंग लड़ने वाले अमेरिका का सबसे बड़ा सहयोगी है भारत.
लेकिन अपनी हरकतों से बाज़ आने की जगह आतंक का ये आका अब पाकिस्तानी मीडिया के जरिये पैंतरेबाजी कर रही है. पाकिस्तान ने भी अबतक अपने इस चहेते पालतू को खुली छूट दे रखी थी. भारत ने दर्जनों बार हाफिज सईद के खिलाफ पुख्ता सबूत पाकिस्तान को दिए, लेकिन पाकिस्तान की कोर्ट से हाफिज हमेशा बच गया.
क्योंकि वहां के हुक्मरान हमेशा इस आतंकी के खिलाफ केस को कमज़ोर बनाते रहे हैं. अब उन्हीं फर्जीवाड़े की दुहाई देकर एक बार फिर आतंकियों का ये सरगना अमेरिका और भारत को चुनौती दे रहा है. मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद कहता है '2012 से 10 मिलियन डॉलर इनाम रखा है. क्यों नहीं आकर ले लेते. सबूत क्यों नहीं देते.'
हाफिज सईद पर पाकिस्तान किस कदर मेहरबान है, इसका सबसे बड़ा सबूत है कि अब मिल्ली मुस्लिम लीग के नाम से ये आतंकी आका और उसकी आतंकी जमात पाकिस्तान में चुनाव लड़ने जा रही है. हैरानी नहीं कि जल्द ही पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज़ मुशर्ऱफ, हाफिज की पार्टी से हाथ मिलाकर चुनाव लड़ें.
ऐसे भस्मासुर खुद पाकिस्तान का क्या हाल करेंगे ये अपने फरेब के जाल में उलझा पाकिस्तान बेशक़ ना समझ पाए. लेकिन भारत और अमेरिका तो इसका अंजाम समझ चुके हैं. इसीलिए ट्रंप ने नए साल के पहले ही दिन पाकिस्तान को दे दिया है फाइनल अल्टीमेटम. अगर अब भी नहीं खुली पाकिस्तान की आंख. तो फिर खुदा ही उसकी खैर करे.