
भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी हाफिज सईद ने नए साल के लिए नया आतंकी प्लान तैयार किया है. उसने नए साल के दो दिन पहले ही नए साल की शैतानी योजना का एलान कर दिया. अपने गढ़ रावलपिंडी में हाफिज ने भरे मंच से खुलेआम कश्मीर के खिलाफ जहर उगला और आतंकी कार्रवाई की शपथ दिलाई.
मुंबई धमाके का मास्टरमाइंड और लश्कर सरगना हाफिज सईद मुंह खोले और उसकी जुबान से जहर ना निकले ऐसा कैसे हो सकता है. पाकिस्तान में सियासी पारी खेलने का मंसूबा पालने वाले हाफिज ने नजरबंदी से रिहाई के बाद आयोजित अपने पहले जलसे में फिर से कश्मीर का राग अलापा और नए साल में कश्मीर में आतंकी साजिश का खुलासा किया. हाफिज ने भरे मंच से 2018 को कश्मीर के नाम किया और खून-खराबा करने की गीदड़भभकी दी.
कश्मीर के खिलाफ जहर उगलने के बाद हाफिज सारी हदें पार कर गया. वो पाकिस्तानी जेल में बंद कुलभूषण जाधव के खिलाफ अनाप-शनाप बकने लगा. और तो और जाधव के परिवार पर भी कीचड़ उछालने से भी वो बाज नहीं आया. आतंक की राह पर सरपट भागने वाला हाफिज अब पाकिस्तान का वजीर-ए-आजम बनने का सपना देख रहा है. हाफिज ने रावलपिंडी की रैली में इस बात के साफ संकेत भी दिए.
भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए हाफिज ने पाकिस्तानी हुकूमत की भी जमकर क्लास ली. कहने को तो रावलपिंडी में रैली का आयोजन दिफाह-ए-पाकिस्तान काउंसिल ने किया था. लेकिन पूरी रैली में हाफिज ही छाया रहा. वो खुद को शांति की दूत की तरह पेश करता हुआ कभी भारत को कोसता तो कभी पाकिस्तानी सरकार को. जबकि उसकी हकीकत दुनिया जानती है.
आतंकी हाफिज सईद का सच पूरी दुनिया के सामने है. वो मुंबई हमले का गुनहगार है. अमेरिका ने उसके सिर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा है. संयुक्त राष्ट्र उसे ग्लाबोल टेररिस्ट मानता है. इसके बावजूद वो खुलेआम पाकिस्तान की जमीन पर बैठकर आतंक की पाठशाला चला रहा है.