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मेड बनकर घरों में करते थे चोरी की वारदात, पुलिस के हत्थे चढ़ा गैंग

दिल्ली पुलिस ने चोरी की एक बड़ी वारदात का खुलासा करने के साथ ही एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो घरों में मेड भेजकर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था. पुलिस ने इस मामले में 'बंटी-बबली' की जोड़ी को गिरफ्तार किया है, जो प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में चोरों का गैंग चलाते थे.

पुलिस ने पूछताछ करने के बाद दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है पुलिस ने पूछताछ करने के बाद दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है
परवेज़ सागर/अनुज मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 10:40 PM IST

दिल्ली पुलिस ने चोरी की एक बड़ी वारदात का खुलासा करने के साथ ही एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो घरों में मेड भेजकर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था. पुलिस ने इस मामले में 'बंटी-बबली' की जोड़ी को गिरफ्तार किया है, जो प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में चोरों का गैंग चलाते थे.

चोरी की बड़ी वारदात
दरअसल, दिल्ली के वसंतकुंज इलाके में बीती 19 मार्च को एक घर में चोरी की बड़ी वारदात हुई थी. इस दौरान चोरों ने घर से करीब 80 लाख रुपये का माल साफ कर दिया था. पीड़ित परिवार ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में घर की मालकिन ने बताया कि उसने किसी जानकार मेड के कहने पर एक नौकरानी को घर में काम पर रखा था. वारदात के दिन यानी 19 मार्च को वह किसी काम से अपने परिवार के साथ घर से बाहर गई थी. मेड को घर में अकेला छोड़ रखा था. लेकिन जब वे वापस घर लौट कर आए तो देखा कि मेड घर पर नहीं थी. और घर में रखी करीब 80 लाख की रुपये की ज्वैलरी भी गायब थी.

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मोबाइल सर्विलांस से मिला सुराग
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती आरोपी नौकरानी की पहचान करना था क्योंकि ना तो उनके पास उसका कोई फोटो था और ना ही कोई डिटेल. पुलिस ने अपने सोर्स से एक मोबाइल फोन ट्रेस किया. नंबर की कॉल डिटेल निकालकर जांच शुरू की गई. जांच में पुलिस को कुछ प्लेसमेंट एजेंसियों के बारे में पता चला. जो खुलने के बाद जल्द ही बंद हो गई थीं. तफ्तीश आगे बढ़ी तो पुलिस को पता चला कि कोई ऐसा गैंग है जो प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा है. इसके बाद पुलिस को एक दंपति के का सुराग मिला. दबिश देकर पुलिस ने निज़ाममुद्दीन इलाके से इस जोड़ी विजय और मनीषा को गिरफ्तार कर लिया. जिनके पास से चोरी का सामान भी बरामद हो गया. ये दोनों पति-पत्नी बताए जा रहे हैं.

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ऐसे करते थे चोरी
पूछताछ में आरोपी विजय ने पुलिस को बताया कि इनका गैंग दिल्ली के आश्रम इलाके में कालका कंसलटेंट एंड मेड सर्विसेज के नाम से फर्जी प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था. इनका गिरोह कई सालों से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहा है. जब कोई इनके पास मेड के लिए आता था, तो विजय अपनी पत्नी मनीषा या फिर अपने गैंग की किसी अन्य मेम्बर को मेड बनाकर भेज दिया करता था. और फिर मौका देखकर ये लोग घर में रखा कीमती सामान साफ कर दिया करते थे.

पॉश इलाकों को बनाते थे निशाना
यही नहीं चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए ये लोग एक प्लानिंग के साथ पॉश इलाकों में जाया करते थे. वहां सुरक्षा गार्ड या फिर उस इलाके में काम करने वाली मेड से दोस्ती कर जानकारी हासिल करते थे. जहां भी इलाके में मेड की जरूरत होती थी. ये वहां काम के लिए पहुंच जाते थे. और जब घर में कोई नहीं होता था, उस वक्त ये चोरी कर फरार हो जाते थे.

पूछताछ करने के बाद पुलिस ने इन दोनों आरोपी पति पत्नी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया है. पुलिस इनसे मिली जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है.

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