
पंजाब की भटिंडा कोर्ट परिसर से 26 फरवरी को गिरफ्तार किए गए बब्बर खालसा के आतंकी अमरजीत सिंह ने बताया कि वह 1984 के सिख विरोधी दंगों के मुख्य आरोपी जगदीश की टाइटलर हत्या करने के लिए मानव बम बनने की तैयारी में था. इसके अलावा उसने पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं.
भटिंडा के एसएसपी नवीन सिंगला के मुताबिक आतंकी अमरजीत सिंह ने यह खुलासा पुलिस द्वारा लिए गए तीसरे रिमांड के दौरान किया है. उसने पुलिस को दिए गए बयान में बताया कि टाइटलर अगर उसके सामने आ जाए तो वह उनको मार डालेगा.
पुलिस के मुताबिक अमरजीत सिंह को वर्ष 2014 में आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. बाद में वह जमानत पर जेल से बाहर आ गया था. पुलिस ने जब उसकी काउंसलिंग की तो उसने उगला की उसने मानव बम बनने का इरादा तब बदल लिया था, जब उसे अहसास हुआ कि इससे कई बेगुनाह लोग मारे जाएंगे.
पंजाब के मानसा जिले के दलेल गांव के निवासी अमरजीत सिंह को 26 फरवरी 2018 के दिन बठिंडा कोर्ट परिसर से गिरफ्तार किया गया था और उसके कब्जे से एक पिस्तौल भी बरामद की गई थी. उसने अपने रिमांड में कुबूल किया है कि उसने पिस्तौल राजस्थान के कोठा गुरु के गैंगस्टर रणजीत सिंह उर्फ जोधा से हासिल की थी, जो एक साल पहले एक सड़क दुर्घटना में मारा गया था.
अमरजीत सिंह को 8 नवंबर 2014 को बब्बर खालसा के उग्रवादी रमनदीप सिंह सनी को पैसा मुहैया करवाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. रमनदीप सिंह सनी भटिंडा के गुरु नानकपुरा का रहने वाला है, जिसे बम बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री और हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया था. उसने भटिंडा में जगतार सिंह तारा की अगुवाई में उग्रवादी गतिविधियां शुरू कर दी थी.
जगतार सिंह तारा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का हत्यारा है. ये तीनों आतंकी सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के संपर्क में आए थे. अमरजीत ने सनी को बैंकॉक भेजने के लिए भी पैसा मुहैया करवाया था. जहां पर उसे बम बनाने का प्रशिक्षण मिला था.