
राजस्थान के अलवर में गौहत्या के मामले को लेकर इलाके में तनाव फैल गया. करीब 36 गायों के कंकाल और शव मिलने के बाद 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया हैं. वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि बीजेपी और हिंदूवादी संगठन वीएचपी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मौजूदगी में ग्रामीणों के साथ मारपीट और लूटपाट की.
घटना अलवर के रघुनाथगढ़ के रेवाड़ा इलाके की है. पुलिस के मुताबिक, गुरूवार सुबह हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि, रेवाड़ा में भारी संख्या में गोकशी की घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने इलाके में जाकर कथित गांव के पास खुदाई शुरू की तो 36 गायों के कंकाल और शवों को बाहर निकाला गया.
मामला तूल न पकड़े इसलिए पुलिस ने फौरन हरकत में आते हुए शक के आधार पर 12 लोगों को गौहत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. घटना की सूचना मिलते ही बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए. पुलिस अधिकारियों की माने तो पुलिस को गांव में आता देख ग्रामीणों ने पुलिस को घेर कर पथराव किया था.
वहीं शुक्रवार को कई मुस्लिम संगठनों ने गांव का दौरा किया तो उन्होंने एक अलग ही हकीकत बयां की. मुस्लिम संगठनों के मुताबिक, गुरूवार रात हिंदूवादी संगठनों ने गांव के मुस्लिम ग्रामीणों के घरों में जमकर लूटपाट और मारपीट की. इतना ही नहीं ग्रामीणों का आरोप है कि विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने भीड़ को ऐसा करने के लिए उकसाया था.
वहीं बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से खारिज किया. उन्होंने कहा, गुरूवार रात तो वह गांव में दाखिल ही नहीं हुए. विधायक ने कहा कि वह तो गांव के बाहर से ही वापस आ गए थे. मौके पर पहुंची सामाजिक कार्यकर्ता शबनम हाशमी ने आरोप लगाते हुए कहा कि हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस की मौजूदगी में गौरक्षा के नाम पर गांव में लूटपाट की है.
शबनम हाशमी ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. शबनम हाशमी ने कहा कि पुलिस बेशक गौहत्या में शामिल लोगों को गिरफ्तार करें, मगर गौरक्षा के नाम पर हिंदूवादी संगठनों को गुंडागर्दी नहीं करने दी जाएगी. फिलहाल इलाके में तनाव की आशंका के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
गौरतलब है कि हरियाणा से सटे मेवात इलाके में अक्सर गौहत्या को लेकर सांप्रदायिक तनाव के मामले सामने आते रहते हैं. हालांकि कुछ लोग इस घटना को सांप्रदायिक तनाव फैलाने की एक साजिश करार दे रहे हैं.