
उद्योग पति विजय माल्या की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. भारतीय स्टेट बैंक और 16 अन्य बैंकों के कंसोर्टियम ने विजय माल्या के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. बैंकों ने अदालत से मांग करते हुए कहा कि माल्या को देश छोड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.
भारी कर्ज में डूबे किंगफिशर एयरलाइंस के पूर्व अध्यक्ष विजय माल्या की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. उनके खिलाफ बैंकों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाते हुए कहा कि उन्हें देश छोड़ने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए. इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होगी.
इससे पहले विजय माल्या ने पिछले माह यूनाइटेड स्प्रिट्स के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था. पद से इस्तीफा देने के बाद एक बयान में माल्या ने कहा था कि वह ब्रिटेन जाकर बसेंगे ताकि वह अपने बच्चों के और करीब रह सकें. इसी बात पर बैंकों ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई.
यूनाइटेड स्प्रिट्स के चेयरमैन पद से इस्तीफा देने की एवज में ब्रिटेन की कंपनी डियाजिओ माल्या को 515 करोड़ रुपये देगी. यूनाइटेड स्प्रिट्स कंपनी की स्थापना उनके परिवार ने की थी, लेकिन अब इस पर अब वैश्विक शराब कंपनी डियाजियो का नियंत्रण है.
हाल ही में बंद की गई किंगफिशर एयरलाइंस के कारण माल्या विवादों में थे. माल्या के यूनाइटेड स्प्रिट्स के चेयरमैन पद से हटने से उनके और डियाजियो के बीच लंबे समय से चले आ रहे विवाद का अंत हो गया. यूबी समूह की कंपनियों को दिए गए कर्ज में अनियमितताओं के आरोपों से यह विवाद पैदा हुआ था.
अब माल्या और उन्हें कर्ज देने वाले सभी बैंकों की निगाहे बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर लगी हैं.