
दिल्ली के मंडी हाउस में सुपर बाइक का कहर एक बार फिर देखने को मिला है. इस हादसे में जहां बाइकर की जान चली गई, वहीं एक बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गया. दिल्ली-एनसीआर में आए दिन बाइक रेस की वजह से सड़क हादसे हो रहे हैं. दुरुस्त ट्रैफिक का दावा करने वाली पुलिस हाई प्रोफाइल इलाकों में इस पर लगाम नहीं लगा पा रही है. अपने ही बेटे की गलती से उसी की जान जाने के बाद परिजनों की मांग है कि दिल्ली की सड़कों पर सुपर बाइक बंद होनी चाहिए.
मृतक हिमांशु के परिवार ने कहा कि दिल्ली की सड़कों पर सुपर बाइक बंद होनी चाहिए, क्योंकि जिस तरह से हमारे घर का चिराग बुझा है, वैसे किसी और के घर में ऐसा न हो. शाहदरा के पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह शंटी का कहना है कि वह इस मांग को लेकर उप राज्यपाल से मिलेंगे. दिल्ली में सुपर बाइक्स को पूरी तरह बैन किया जाना चाहिए. दिल्ली में सुपर बाइक की वजह से पहले भी ऐसे कई हादसे हो चुके हैं. इस तरह इस मामले से सुपर बाइक के खिलाफ लोग सामने आ रहे हैं.
बताते चलें कि 200 से 300 किमी तक या उससे उपर की स्पीड में चलने वाली बाइक को सुपर बाइक की श्रेणी में रखा जाता है. अक्सर शौक में युवा इस तरह की बाइक को खरीदते हैं और रेस लगाते हैं. कुछ लोग तो प्रोफेशनल होते हैं, लेकिन जो नहीं होते वे हादसे का शिकार होकर जान गवां बैठते. सुपर बाइक की श्रेणी में बीएमडब्ल्यू के1200एस, डुगाती 1098एस, एपरिलिया आरएसवी 1000आर मिले, यामाहा वाईजेडएफ आर1, होंडा सीआरबी 1100एक्सएक्स को रखा गया है.
हिमांशु के परिजनों ने बताया कि उसने पिछले साल बेनेली टीएनटी 600i बाइक करीब 7 लाख में खरीदी थी. वह शौक के लिए बाइक चलाता था. किसी बाइकर ग्रुप से जुड़ा नहीं था. हादसे की रात वह घर से दोस्त गाजी के साथ निकला था. कनॉट प्लेस से मंडी हाउस की तरह आ रहा था. रास्ते में एक बुजुर्ग से उसकी बाइक टकरा गई. इसके बाद उसने अपना नियंत्रण खो दिया. बाइक डिवाइडर से टकरा गई. हिमांशु को गंभीर चोट लग गई. अस्पताल आते-आते उसकी मौत हो गई.