Advertisement

झारखंडः ...जब अंतिम संस्कार से पहले बदल गई लाश

झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में शवों के बदल जाने का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. शवों के बदल जाने से परिजनों को खासी मुसीबत झेलनी पड़ी. दरअसल पोस्टमार्टम हाउस की लापरवाही से शव आपस में बदल गए.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
राहुल सिंह/धरमबीर सिन्हा
  • रांची,
  • 13 नवंबर 2016,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST

झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स में शवों के बदल जाने का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. शवों के बदल जाने से परिजनों को खासी मुसीबत झेलनी पड़ी. दरअसल पोस्टमार्टम हाउस की लापरवाही से शव आपस में बदल गए.

परिजनों के मुताबिक, चतरा के पत्थलगड़ा इलाके की रहने वाली मधु ने गलत दवा खा ली थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम के बाद मधु का शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजनों ने शव पर लगे नाम और पते की पर्ची को नहीं देखा. जिसके बाद परिजन बिना चेहरा देखे शव को देर रात घर ले आए.

Advertisement

अगली सुबह अंतिम संस्कार की तैयारियां शुरू कर दी गई. अंतिम यात्रा से पहले जब चेहरे से कफन हटाया गया तो सभी लोग चौंक गए. शव मधु का न होकर किसी दूसरी लड़की का था, जो अधजली हालत में था. परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस से संपर्क किया.

संपर्क करने पर पता चला कि अधजली लाश चाईबासा निवासी मनीषा बागती की है. रिम्स में शवों को सौंपते समय इनकी अदला-बदली हो गई. जिसके बाद चाईबासा पहुंचे मधु के शव को वापस चतरा लाया गया और उसका अंतिम संस्कार किया गया. गौरतलब है कि राज्य के सबसे बड़े अस्पताल के तमगे से नवाजे जाने वाला रिम्स अक्सर विवादों में बना रहता है. हाल ही में रिम्स की एक महिला मरीज को जमीन पर खाना परोसने की वजह से अस्पताल प्रशासन की काफी किरकिरी हुई थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement