
पश्चिम बंगाल में निकाय चुनाव हारने पर एक महिला उम्मीदवार के सुसाइड की खबर सामने आई है. बताया जा रहा है कि जैसे ही चुनाव नतीजे घोषित हुए, महिला ने खुद को कमरे में बंद कर नींद की गोलियां खाईं, जिससे उसकी मौत हो गई.
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, ये घटना नादिया में हुई. यहां कैंप टाउन के वार्ड नंबर 1 से 38 साल की सुप्रिया डे काउंसर का चुनाव लड़ी थीं. गुरुवार को निकाय चुनावों के नतीजे घोषित किए गए. सुप्रिया तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार से 30 वोटों से हार गईं.
घर जाकर दी जान
बताया जा रहा है कि चुनाव नतीजे आने के बाद सुप्रिया घर चली गईं. जहां उन्होंने खुद कमरे में बंद कर लिया. दावा है कि उन्होंने करीब 40 नींद की गोलियों का सेवन कर लिया. जिससे उनकी हालत बिगड़ गई. परिवार को जब वो बेसुध पड़ी मिलीं तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
हालांकि, अभी तक कोई पुलिस केस दर्ज नहीं किया गया है. वहीं, मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
सुप्रिया के पति ने अखबार को बताया कि वो हार का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकीं. पति के मुताबिक सुप्रिया ने चुनाव में एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था. उन्होंने बताया कि हार के बाद लोगों ने सुप्रिया पर ताने भी कसे.
2 बार से थीं पार्षद, 30 वोट से हार गईं
सुप्रिया पिछले दो बार से इसी वार्ड से काउंसलर का चुनाव जीत रही थीं. परिवार के मुताबिक इस वो अपनी जीत को लेकर काफी आश्वस्त थीं, मगर बदकिस्मती से वो 30 वोटों से हार गईं.
सुप्रिया पहले कांग्रेस पार्टी में थीं. मगर 2013 में उन्होंने तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी. मगर इस बार निकाय चुनाव में पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, जिसके बाद सुप्रिया निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ीं. सुप्रिया को 320 वोट मिले, जबकि जीतने वाले उनके विरोधी उम्मीदवार को 350 वोट मिले.
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