भारतीय नौसेना के जंगी जहाज आईएनएस शारदा को 31 जनवरी 2024 को सूचना मिली कि सोमालिया के पूर्वी तट के पास एक ईरानी बोट पर समुद्र लुटेरों ने हमला किया है. तत्काल सर्विलांस शुरू किया गया. सागर में ईरानी झंडे वाले FV Omari बोट को ट्रैक कर लिया. (सभी फोटोः भारतीय नौसेना)
उसका लोकेशन INS Sharda युद्धपोत पर भेजा गया. इसके बाद जंगी जहाज बंधक बोट की तरफ तेजी से बढ़ा. दो दिनों तक ओमारी के मछुआरों को समुद्री लुटेरों ने बंधक बना रखा था. 2 फरवरी 2024 को युद्धपोत शारदा ने जहाज को इंटरसेप्ट किया.
नौसेना ने पहले हेलिकॉप्टर से एयर डॉमिनेंस दिखाया. इसके बाद फास्ट बोट से नौसैनिक कमांडों तेजी से ओमारी जहाज की तरफ बढ़े. भारतीय कमांडों को आते देख समुद्री लुटेरों ने हाथ खड़े कर दिए. इस जहाज से नौसेना ने 11 ईरानी और 8 पाकिस्तानी बंधकों को मुक्त कराया.
इसके बाद कमांडों ने सभी सात सोमाली समुद्री लुटेरों को पकड़ लिया. समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए भारतीय नौसेना के जंगी जहाज हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में लगातार तैनात हैं. 2008 से, भारतीय नौसेना ने अदन की खाड़ी और अफ्रीका के पूर्वी तट पर एंटी पायरेसी पैट्रोल के लिए कई यूनिट्स तैनात कर रखी हैं.
भारतीय नौसेना ने अब तक कुल 3,440 जहाजों और 25,000 से अधिक नाविकों को सुरक्षित बचाया है. भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्रीय और अतिरिक्त-क्षेत्रीय नौसेनाओं/समुद्री बलों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ रही है.
भारतीय नौसेना समुद्री लुटेरों से नावों को सुरक्षित रखने के लिए 25 भागीदार देशों और 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है. नौसेना को लगातार इन मामलों को लेकर रियल टाइम सूचना मिलती रहती है.
क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में, भारत सरकार ने इंफॉर्मेंशन फ्यूजन सेंटर- इंडियन ओशन रीजन (IFC-IOR) की स्थापना की है. भारतीय समुद्री क्षेत्र में चल रही समुद्री सुरक्षा स्थिति के कारण भारतीय नौसेना के जंगी जहाज जिबूती/अदन की खाड़ी, उत्तर/मध्य अरब सागर/सोमालिया के पूर्वी तट पर तैनात किया जा रहा है.