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डिफेंस न्यूज

INS Vikrant बन गया और बाहुबली, MR-SAM मिसाइल तैनात... 2448 KM/घंटा की गति से दुश्मन पर करती है हमला

ऋचीक मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 03 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST
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भारतीय नौसेना (Indian Navy) का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS Vikrant की ताकत और बढ़ गई है. अब इसमें मीडियम रेंज की सरफेस-टू-एयर मिसाइल तैनात कर दी गई है. यह ऐसी मिसाइल है जो कम धुआं छोड़ती है. साथ ही अधिक गति की वजह से दुश्मन इसे ट्रेस नहीं कर पाता. और इसका शिकार बन जाता है. 

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विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर पर पहले से ही बराक-8 और ब्रह्मोस मिसाइलों के तैनात होने की खबर है. इसके अलावा इस मिसाइल की तैनाती से इस युद्धपोत की ताकत जाहिर तौर पर बढ़ जाएगी. नौसेना के अन्य गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर्स में भी इसी तरह की मिसाइल तकनीक तैनात की गई है. 

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इस मिसाइल को DRDO ने इजरायल के IAI कंपनी के साथ मिलकर बनाया है. इजरायल से भारत को मिली बराक मिसाइल भी MRSAM ही है. सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल आर्मी वेपन सिस्टम में कमांड पोस्ट, मल्टी फंक्शन राडार, मोबाइल लॉन्चर सिस्टम होता है. यह इजरायल की खतरनाक मिसाइल Barak-8 पर आधारित है. 

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MRSAM का वजन करीब 275 kg है. लंबाई 4.5 मीटर और व्यास 0.45 मीटर होता है.  इस मिसाइल पर 60 kg वॉरहेड यानी हथियार लोड कर सकते हैं. यह दो स्टेज की मिसाइल है, जो लॉन्च होने के बाद धुआं कम छोड़ती है.  

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एक बार लॉन्च होने के बाद MRSAM आसमान में सीधे 16 km तक टारगेट को गिरा सकती है. वैसे इसकी रेंज आधा km से लेकर 100 km तक है. यानी इस रेंज में आने वाले दुश्मन यान, विमान, ड्रोन या मिसाइल को नेस्तानाबूत कर सकती है. 

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MRSAM मिसाइल में नई बात है रेडियो फ्रिक्वेंसी सीकर यानी यह दुश्मन का यान अगर चकमा देने के लिए सिर्फ रेडियो का उपयोग कर रहा है तो भी यह उसे मार गिराएगी. इसकी गति है 680 मीटर प्रति सेकेंड यानी 2448 km/hr. इसकी गति इसे बेहद घातक बनाती है. 

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भारत ने इजरायल से MRSAM मिसाइल के पांच रेजीमेंट खरीदने की बात की है. इसमें 40 लॉन्चर्स और 200 मिसाइल आएंगे. इस डील की कीमत करीब 17 हजार करोड़ रुपए है.  इन मिसाइलों की तैनाती से भारत को वायु सुरक्षा कवच बनाने में मदद मिलेगी.   

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भारत की इजरायल से अच्छी दोस्ती है. भारत ने 1996 में इजरायल से 32 सर्चर अनमैन्ड एरियल व्हीकल खरीदे थे. इसके अलावा लेजर गाइडेड बम भी खरीदे गए. बराक-1 मिसाइल से लेकर बराक-8 और बराक-8ER मिसाइल की डील चल रही है. बराक मिसाइलें भी MRSAM का ही शानदार नमूना हैं. 

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विशाखापट्टनम गाइडेड मिसाइल विध्वंसक में 32 एंटी-एयर बराक मिसाइलें तैनात की जा सकती है. जिनकी रेंज 100 km है. या बराक 8ER मिसाइलें भी तैनात हो सकती हैं, जिसकी रेंज 150 km है. इसमें 16 एंटी-शिप या लैंड अटैक ब्रह्मोस मिसाइलें लगाई जा सकती हैं. यानी इन दोनों मिसाइलों से लैस होने के बाद ये युद्धपोत समुद्री शैतान की तरह दुश्मन के जहाजों और विमानों पर मौत बनकर टूट पड़ेगा. 

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