भारत इस समय मल्टी-रोल फाइटर एयरक्राफ्ट (Multi-Role Fighter Aircraft) पर फोकस कर रहा है. राफेल और यूरोफाइटर टाइफून पहले ही कॉम्पीटिशन में बने हैं. इस बीच अमेरिकी कंपनी बोईंग ने अपना ऑफर दिया है. (सभी फोटोः बोईंग)
बोईंग ने कहा कि हमसे नया F-15EX फाइटर जेट लीजिए. कम कीमत पर ज्यादा ताकतवर फाइटर जेट मिलेगा. साथ ही भारतीय वायुसेना इसमें अपने हथियार लगा सकती है. हमारे हथियारों को लगाने की बाध्यता नहीं होगी.
बोईंग ने यह भी कहा है कि भारत के भौगोलिक स्थितियों और जरूरतों के हिसाब से फाइटर जेट में तब्दीली भी की जा सकती है. जिस तरह की जरूरत भारत को होगी, हम वैसा बदलाव फाइटर जेट में कर देंगे.
ये बदलाव एवियोनिक्स, सेंसर्स या कम्यूनिकेशन सिस्टम में किए जा सकते हैं. साथ ही हथियार लगाने वाले हार्डप्वाइंट्स को भी भारतीय हथियारों के हिसाब से बदला या नया किया जा सकता है. ये ऑफर भारत सरकार के लिए बहुत ही अट्रैक्टिव है. पहले जानते हैं इस विमान की ताकत...
हाल ही में बोईंग कंपनी ने अपने इस फाइटर जेट की स्पीड को बढ़ाया है. पहले यह मात्र 3000 km/hr की अधिकतम गति से उड़ान भर सकता था. लेकिन अब यह बढ़कर 3704 km/hr हो चुकी है.
इस जेट को एक या दो पायलट मिलकर उड़ाते हैं. आकार में यह काफी बड़ा है. 63.9 फीट लंबे जेट का विंगस्पैन 42.9 फीट है. 18.6 फीट ऊंचे इस विमान का खाली वजन करीब 15,694 किलोग्राम रहता है.
अधिकतम टेकऑफ वजन यानी हथियारों से लैस होकर उड़ान भरते समय इसका वजन करीब 36,741 किलोग्राम होता है. इसमें जनरल इलेक्ट्रिक के दो इंजन लगे हैं, जो इसे 131 किलोन्यूटन की ताकत देते हैं.
F-15EX की कॉम्बैट रेंज 1272 किलोमीटर है. अगर फेरी रेंज की बात करें तो यह तीन एक्सटर्नल फ्यूल टैंक्स के साथ 3900 किलोमीटर तक उड़ान भर सकता है. यह अधिकतम 60 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है.
यह 50 हजार फीट प्रति मिनट की गति से सीधी उड़ान भर सकता है. इसमें फिलहाल 20 mm की एक कैनन लगी है, जो प्रति मिनट 500 गोलियां दागती है. इसके अलावा इसमें 23 हार्डप्वाइंट्स हैं. यानी हथियारों का पूरा जखीरा लगा सकते हैं.
ये हार्डप्वाइंट्स विंग्स पाइलॉन के नीचे, फ्यूसलेज पाइलॉन, बॉम्ब रैक्स के नीचे रहते हैं. इस जेट में आप 12 मिसाइलें लगा सकते हैं. यानी हवा से हवा में मार करने वाली तीन तरह की मिसाइलें.
इसके अलावा हवा से सतह में मार करने वाली तीन मिसाइलें और दो तरह के बम लगाने की सुविधाओं से लैस है. इसमें रेथियॉन का AESA राडार लगा है. टारगेटिंग पॉड्स हैं. काउंटरमेजर सिस्टम लगाए गए हैं.
अगर राफेल से तुलना करें तो F-15EX फाइटर जेट आकार में बड़ा है. यह भारतीय वायुसेना के Su-30MKI के बराबर ताकत, रेंज और स्पीड वाली क्षमता रखता है. Su-30MKI में फिलहाल 22 तरह के हथियार लगाने की क्षमता है. जिसमें हाइपरसोनिक हथियार भी शामिल हैं.