Advertisement

INS Jatayu: मालदीव-चीन के खिलाफ भारत का बड़ा कदम, लक्षद्वीप में बनाया जाएगा नया नौसैनिक बेस

मालदीव और चीन की हरकतों पर नजर रखने के लिए भारत सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है. लक्षद्वीप के मिनिकॉय आइलैंड पर नौसैनिक बेस बनाने जा रही है. जिसका उद्घाटन संभवतः 4 या 5 मार्च को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. अगाती आइलैंड में भी बेस बनाया जाएगा. कवरत्ती में एयरबेस बनाया जाएगा.

मिनिकॉय आइलैंड पर नई एयरस्ट्रिप और नौसैनिक बेस बनाया जाएगा. ताकि समुद्री सुरक्षा का ख्याल रखा जा सके. मिनिकॉय आइलैंड पर नई एयरस्ट्रिप और नौसैनिक बेस बनाया जाएगा. ताकि समुद्री सुरक्षा का ख्याल रखा जा सके.
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 15 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 1:05 PM IST

लक्षद्वीप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के बाद अब भारत सरकार ने तय किया है कि अगाती और मिनिकॉय आइलैंड्स पर नौसैनिक बेस बनाया जाए. मिनिकॉय पर आईएनएस जटायु (INS Jatayu) नौसैनिक बेस बनाया जा रहा है. जिसका उद्घाटन 4 या 5 मार्च को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह कर सकते हैं.

मिनिकॉय में बनने वाले आईएनएस जटायु नौसैनिक बेस से मालदीव की दूरी मात्र 524 किलोमीटर है. इतना ही नहीं भारत अगाती आइलैंड पर मौजूद एयरस्ट्रिप को अपग्रेड करने जा रही है. ताकि उसका इस्तेमाल फाइटर जेट्स और भारी विमानों के संचालन के लिए किया जा सके. साथ ही मालदीव और चीन की हरकतों पर सीधी नजर रखी जा सके.

Advertisement

यह भी पढ़ें: World Defense Show: चीन ने दिखाया नया हथियार... तोप, मिसाइल और लेजर एक साथ खत्म करेंगे हवाई हमला

इस नौसैनिक बेस के उद्घाटन करने के दौरान रक्षा मंत्री INS Vikramaditya और INS Vikrant की सवारी भी कर सकते हैं. असल में लक्षद्वीप और मिनिकॉय आइलैंड नौ डिग्री चैनल पर हैं. जहां से हर साल लाखों-करोड़ों डॉलर्स का व्यवसाय होता है. यह उत्तरी एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच का रास्ता है. 

विक्रमादित्य-विक्रांत के साथ आएंगे 15 युद्धपोत

जब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह आईएनएस विक्रमादित्य या विक्रांत पर सवार होकर मिनिकॉय द्वीप के लिए निकलेंगे, तब उनके सात 15 और जंगी जहाज साथ में होंगे. यानी पूरी एक हमलावर नौसैनिक फ्लीट एकसाथ. इसके साथ ही पूरी दुनिया को भारत की नौसैनिक ताकत का अंदाजा लगेगा. मालदीव और चीन जैसे देशों को सख्त संदेश जाएगा. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: कलवारी क्लास अटैक पनडुब्बियों में तैनात होंगे हैवीवेट टॉरपीडो, Varunastra भी रेस में आगे

मिनिकॉय पर नया एयरस्ट्रिप, अगाती पर अपग्रेडेशन

इतना ही नहीं भारत सरकार ने मिनिकॉय पर एयरस्ट्रिप बनाने का फैसला भी किया है. अगाती आइलैंड की एयरस्ट्रिप को अपग्रेड किया जा रहा है. ताकि भारतीय सेनाएं हिंद और अरब महासागर में शांति स्थापित कर सकें. इसके अलावा इंडो-पैसिफिक रीजन में समुद्री सुरक्षा को बरकरार रख सके. 

समुद्री सीमा होगी सुरक्षित साथ ही पर्यटन को बढ़ावा

भारत सरकार ने अभी अंडमान और निकोबार आइलैंड के कैंपबेल खाड़ी में नई फैसिलिटी बनाई है. इस फैसिलिटी का इस्तेमाल सेना कर रही है. पूर्व में अंडमान और पश्चिम में लक्षद्वीप पर मजबूत तैनाती से भारत की समुद्री सीमा सुरक्षित रहेगी. साथ ही दोनों द्वीप समूहों पर पर्यटन भी बढ़ेगा. लोग यहां घूमते समय सुरक्षित महसूस करेंगे. 

यह भी पढ़ें: Ukraine की शिकायत... Russia ने उसकी तरफ दागी Zircon हाइपरसोनिक मिसाइल, जानिए इसकी ताकत

इन दो बड़े समुद्री मार्गों पर जो जाएगा, छिप नहीं पाएगा

जैसे ही मिनिकॉय में नौसैनिक बेस बनेगा, उसकी वजह से इस इलाके के आसपास चीन की नौसेना जो हरकत करती है, उस पर विराम लगेगा. साथ ही जो व्यवसायिक जहाज सुएज कैनाल और पारस की खाड़ी की तरफ जाते हैं उन्हें 9 डिग्री चैनल यानी लक्षद्वीप और मिनिकॉय वाले रूट से जाना होता है. 

Advertisement

किसी जहाज को सुंदा और लोंबक की खाड़ी की तरफ जाना है तो उसे दस डिग्री चैनल यानी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास से गुजरना होगा. ऐसे में दोनों जगहों पर मजबूत सुरक्षा और निगरानी दस्ता होना चाहिए. जो जरूरत पड़ने पर दुश्मन को मुंहतोड़ जबाव दे सके. साथ ही आसपास के इलाके में शांति बनाए रखे. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement