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साल भर पहले जिस मिसाइल का हुआ था सीक्रेट टेस्ट... अगले महीने फिर हो सकता है समंदर में ट्रायल

DRDO अगले महीने उस मिसाइल की टेस्टिंग करने जा रही है, जिसका पहला सीक्रेट परीक्षण पिछले साल फरवरी में किया गया था. यह पनडुब्बी से दागी जाने वाली क्रूज मिसाइल (SLCM) है. इस मिसाइल को टॉरपीडो ट्यूब से दागा जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि यह निर्भय मिसाइल का ही अपग्रेडेड वैरिएंट है.

पानी के अंदर मौजूद पनडुब्बी से इस तरह निकलती है मिसाइल, इसके बाद टारगेट की तरफ बढ़ती है. (प्रतीकात्मक फोटोः गेटी) पानी के अंदर मौजूद पनडुब्बी से इस तरह निकलती है मिसाइल, इसके बाद टारगेट की तरफ बढ़ती है. (प्रतीकात्मक फोटोः गेटी)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 फरवरी 2024,
  • अपडेटेड 10:32 AM IST

अगले महीने के शुरूआती दिनों में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) पनडुब्बी से लॉन्च होने वाली क्रूज मिसाइल (Submarine Launched Cruise Missile - SLCM) का परीक्षण कर सकती है. पिछले साल फरवरी में इसी मिसाइल का चुपचाप परीक्षण किया गया था. जिसका खुलासा 10 महीने बाद नवंबर में एक प्रदर्शनी के दौरान हुआ था. फरवरी वाला टेस्ट एक सीक्रेट मिशन था. 

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DRDO इस मिसाइल को कई महीनों से विकसित कर रहा था. बताया जाता है कि इसके दो वैरिएंट्स और बनाए जा रहे हैं. लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (LACM) और एंटी-शिप क्रूज मिसाइल (ASCM). यह असल में Nirbhay Missile का ही अपग्रेडेड वैरिएंट है. जिसका फिलहाल कोई नाम नहीं दिया गया है.  

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SLCM की रेंज 500 km है. इसने फरवरी में हुए टेस्ट के दौरान 402 km की रेंज हासिल की थी. इसकी लंबाई 5.6 मीटर है. वॉरहेड के साथ इसका वजन 975 kg है. यह इंडियन नेविगेशन सिस्टम, GPS के सहारे नेविगेट करते हुए टारगेट तक पहुंचती है. इसमें RF सीकर लगा है.  

864 km/hr की घातक रफ्तार, रडार को धोखा देने की क्षमता

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इन मिसाइलों की खासियत ये होगी के जब ये अपने लॉन्चर से निकलेंगे, उसके बाद इनके विंग्स खुलेंगे. अगर इन्हें निर्भय मिसाइल के प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, तो इस मिसाइल की गति करीब 864 से 1000 km/hr के बीच हो सकती है. इसमें 200 से 300 kg का वॉरहेड लगा सकते हैं. 

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SLCM में सी-स्किमिंग (Sea Skimming) और टेरेन हगिंग कैपेबिलिटी (Terrain Hugging Capability) है. यानी यह मिसाइल समुद्री पानी और जमीन से थोड़ा ऊपर उड़कर राडार को चकमा दे सकता है. यह ऐसी स्थिति होती है जिसमें उसपर निशाना लगाकर इसे निष्क्रिय करना बेहद कठिन हो जाता है. 

दो तरह के वॉरहेड लग सकते हैं, इन पनडुब्बियों में हो सकती है तैनाती

इसमें दो तरह के वॉरहेड यानी हथियार लगाए जा सकते हैं. पहला प्रेसिशन-कम-ब्लास्ट. यह बंकर और स्ट्रैटेजिक टारगेट्स को उड़ा सकता है. दूसरा एयरबर्स्ट जो कमजोर परत वाली चीजों को उड़ाने की ताकत रखता है. SLCM को कलवारी क्लास, सिंधुघोष और प्रोजेक्ट-75I क्लास सबमरीन में तैनात किया जाएगा. 

भारत सरकार तीनों सेनाओं के लिए काफी ज्यादा संख्या में निर्भय क्रूज मिसाइल शामिल करने वाली है. निर्भय मिसाइल की 1000 किलोमीटर से ज्यादा रेंज है. यह भारी है. इसका वजन करीब 1450 किलोग्राम है. लंबाई 6 मीटर है.  

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