
अरब सागर में हूती विद्रोहियों ने पनामा के झंडे वाले कच्चे तेल के टैंकर MV Andromeda Star पर मिसाइल दागी. इस टैंकर पर 22 भारतीयों समेत 30 क्रू मेंबर थे. टैंकर ने तुरंत इमरजेंसी मदद मांगी. सबसे नजदीक मौजूद भारतीय नौसेना के आईएनएस कोच्ची (INS Kochi) ने तुरंत एक्शन लिया. घटना 26 अप्रैल 2024 की है.
अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने कहा कि ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने यमन से तीन एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलें दागी. टारगेट लाल सागर में मौजूद व्यवसायिक पोत माइशा और एमवी एंड्रोमेडा स्टार था. एमवी एंड्रोमेडा स्टार पनामा के झंडे वाला जहाज है, जिसका संचालन सेशेल्स करता है.
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मिसाइल से जहाज पर ज्यादा नुकसान नहीं हुआ. लेकिन तत्काल भारतीय नौसेना के स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS Kochi टैंकर की मदद के लिए पहुंचा. सभी क्रू मेंबर्स को रेस्क्यू किया. इस दौरान नौसैनिक हेलिकॉप्टर से आसमानी रेकी की गई. आसपास के स्थिति को समझने के बाद लोगों को बचाया गया.
नौसेना की एक्सप्लोसिव ऑर्डनेंस डिस्पोजल टीम ने टैंकर पर हुए मिसाइल हमले वाली जगह की जांच की. इसे रेसिडुअल रिस्क एसेसमेंट कहते हैं. नौसेना ने बताया कि 22 भारतीयों समेत सभी क्रू मेंबर सुरक्षित हैं. जहाज को उसकी अगली यात्रा के लिए रवाना कर दिया गया है.
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आइए अब जानते हैं आईएनएस कोच्ची की ताकत के बारे में...
INS Kochi कोलकाता क्लास का दूसरा स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर है. 2015 से नौसेना में तैनात. 7500 टन डिस्प्लेसमेंट वाले इस जंगी जहाज की लंबाई 535 फीट है. बीम 57 फीट की है. अधिकतम 56 km/hr की गति से चल सकता है. छह तरह के आधुनिक सेंसर्स से लैस.
तीन तरह के इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और डेकॉय सिस्टम से लैस. 32 बराक-8 और 16 ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस. 1 ओटो मेलारा 76 mm नेवल गन, 4 एके-630 CIWS, 4 टॉरपीडो ट्यूब्स, 2 आरबीयू-6000 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर से लैस. इस पर दो सी किंग या ध्रुव हेलिकॉप्टर तैनात हो सकते हैं.
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नौसेना की नजर सिर्फ चीन-पाक पर नहीं, पूरी दुनिया पर है
भारत की नजर सिर्फ चीन और पाकिस्तान से सुरक्षा पर नहीं है. भारतीय नौसेना (Indian Navy) लगातार अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में तेजी से अपनी धमक जमा रही है. इसकी तारीफ पूरी दुनिया कर रही है. नवंबर 2023 से अब तक भारतीय नौसेना ने 110 लोगों को समंदर में लुटेरों या किसी भी तरह की मुसीबत से बचाया है.
नवंबर से अब तक नौसेना ने क्या-क्या किया?
14 दिसंबर 2023... एमवी रुएन की हाईजैकिंग हुई, नौसेना ने हाईजैकर्स को भगाया. नाविकों को बचाया.
23 दिसंबर 2023... एमवी चेम प्लूटो पर ड्रोन अटैक हुआ. नौसेना ने तुरंत एक्शन लिया.
04 जनवरी 2024... एमवी लीला नॉरफोल्क की हाईजैकिंग रोकी.
17 जनवरी 2024... एमवी जेनको पिकार्डी पर ड्रोन/मिसाइल हमले के बाद तुरंत एक्शन.
26 जनवरी 2024... एमवी मार्लिन लुआंडा पर मिसाइल अटैक. तुरंत एक्शन.
27/29 जनवरी 2024... एसएलएफवी लोरेंजा पुथा की हाईजैकिंग रोकी
28/29 जनवरी 2024... एफवी इमान और एल नईमी की हाईजैकिंग को रोका.
29 जनवरी 2024... एफवी ओमारी की हाईजैकिंग रोकी.
22 फरवरी 2024... एमवी आईलैंडर पर मिसाइल अटैक, तुरंत एक्शन.
04 मार्च 2024... एमवी एमएससी स्काई-2 पर मिसाइल अटैक, तुरंत एक्शन.
06 मार्च 2024... एमवी ट्रू कॉन्फिडेंस पर मिसाइल अटैक, तुरंत एक्शन.
29 मार्च 2024... अल-कंबर जहाज से सभी क्रू छुड़ाए गए. 9 लुटेरे गिरफ्तार.
45 भारतीय और 65 विदेशी नागरिकों को बचाया
जिसमें 45 भारतीय और 65 विदेश नागरिक हैं. ये सारी गतिविधियां अदन की खाड़ी और अरब सागर में की गईं. इन दोनों जगहों पर नौसेना अब तक 21 जंगी जहाज तैनात किए. 100 से ज्यादा दिनों में नौसेना ने हाईजैकिंग के 19 मामले सुलटाए. लोगों को बचाया. समुद्री लुटेरों को पकड़ा.
कौन-कौन से युद्धपोत रहे इस दौरान तैनात?
आईएनएस चेन्नई, आईएनएस कोलकाता, आईएनएस सुमेधा, आईएनएस विशाखापत्तनम, आईएनएस तरकश, आईएनएस सुमित्रा, आईएनएस शारदा और आईएनएस सुभद्रा समेत कुल 21 जंगी जहाज तैनात रहे. इनमें से 10 में इंटिग्रल हेलिकॉप्टर सुविधा मौजूद थी. वायुसेना के सी-17 विमान से नौसेना के कमांडो को एयरड्रॉप किया गया. इसके बाद समंदर में ऑपरेशन के बीच उन्हें बोट से मिशन पर भेजा गया.