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संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की ओर से सिविल सर्विस परीक्षा का आयोजन 28 सितंबर को किया जाना है. प्री परीक्षा के नतीजे आने के महज 3 महीने के अंदर होने वाली इस परीक्षा में आपको सवालों का जवाब लिखकर देना होता है. इसलिए पहले से ही लिखने की प्रेक्टिस करें और जवाब देने के लिए आपको गहराई में जानकारी होना आवश्यक है, ताकि आपके पास कंटेट मौजूद रहे. आइए जानते हैं इस लिखित परीक्षा के बारे में एक्सपर्ट क्या राय देते हैं...
नॉलेज फर्स्ट संस्थान के निदेशक पुष्कर मिश्रा का कहना है कि परीक्षा के लिए हमेशा कोचिंग नोट्स पर निर्भर न रहें और न ही भारी-भरकम किताबों का इस्तेमाल करें क्योंकि परीक्षा आपके लिए महत्वपूर्ण है. उत्तर लिखते समय बेसिक कॉन्सेप्ट के साथ अपने विचारों को लिखें. एनसीईआरटी की किताबें अच्छी हैं लेकिन सिर्फ उन्हें पढ़ना मुख्य परीक्षा के लिए पर्याप्त नहीं है. इसलिए सिर्फ एनसीईआरटी की किताबों के साथ साथ कुछ और किताबों को पढ़ें ताकि विषयों की बेहतर समझ विकसित हो सके. साथ ही इन बातों का रखें ध्यान...
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संपूर्ण विचार लिखें: निबंध में कंटेन्ट में तथ्य फैक्ट से ज्यादा विचारों का संपूर्ण होना जरूरी है. आलेख में सभी पहलू समाहित हो जाएं. जैसे भारत में औद्योगिक विकास न होने के कारण विषय पर लिखते समय संपूर्ण विचार व्यवस्थित करना होगा.
बेहतर करना जरूरी: ये यूनिवर्सिटी की परीक्षा नहीं है कि बच्चे सिर्फ सिलेबस पूरा करके एग्जाम दे देते हैं. इसलिए दूसरे से बेहतर और प्रभावी लिखना जरूरी है.
अच्छा लिखें: सवालों के जवाब सूचनायुक्त होने चाहिए. तीन तरह की लीड हो सकती है इन्फॉर्मेशन सूचनाओं का समावेश होना चाहिए प्रभावी प्रस्तुतिकरण होना चाहिए. इफेक्टिव टूल कंटेन्ट जैसे ग्राफिक्स, टेबल आदि का प्रयोग करना चाहिए.
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प्रभावी लीड: इंप्रेशन लीड आपकी पहली लाइन में आपका पूरा उत्तर देना चाहिए. पहले वाक्य में पता चल ही जाता है कि आपको जानकारी है या नहीं शुरुआती एक या दो लाइन में ही एग्जामिनर को समझ में आ जाता है कि उसे आगे पढ़ना है या नहीं.
हैंड राइटिंग: हैंड राइटिंग खराब या अच्छी नहीं होती. इसलिए यदि आपकी हैंड राइटिंग आपको लगता है अच्छी नहीं है तो बार-बार लिखने की प्रेक्टिस करें. इससे सही अक्षरों की बनावट आएगी और वह स्पष्ट दिखाई देने लगेंगे.
ध्यान रखिए: लिखने में वर्तनी संबंधी अशुद्धियां नहीं कीजिए. मात्राओं में गलत अक्षर लिखने, गलत मात्रा लगाने से गलत प्रभाव पड़ता है और औसत नंबर ही मिलते हैं. जो लोग 2014 में पेपर दे चुके हैं वह भी नए ढंग से अपने जवाब लिखने की प्रेक्टिस कीजिए.