
बदलते समय के साथ-साथ रोजगार की भी संभावनाएं बढ़ रही हैं. एक समय में लोग रोजगार-धंधे के लिए कलकत्ता, सूरत और मुंबई का रुख करते थे. वहीं बाद के दिनों में वे इंजीनियरिंग और बिजनेस मैनेजमेंट जैसे माध्यमों की ओर मुड़े. हालांकि यह तमाम रोजगार के साधन बोरियत भी देते हैं.
आज लोग रोमांच और थ्रिल के साथ-साथ पैसा जमाने का जुगाड़ कर रहे हैं. इन नए तौर-तरीकों में माउंटेनियरिंग(पवर्तारोहण), बंजी जंपिंग और रिवर राफ्टिंग को शुमार किया जा सकता है. यदि आप भी रोमांच के साथ-साथ पैसा कमाने चाहते हैं तो पेश हैं कुछ बेहद जरूरी टिप्स...
अब इस बात से तो सभी वाकिफ हैं कि नदी की लहरों पर अठखेलियां करना कितना मजा देता है. अमेरिका, स्विट्जरलैंड और कनाडा जैसे देशों से भारत आ पहुंचा यह खेल अब भारत के युवाओं को खासा रास आ रहा है.
बेहतर करियर की संभावनाएं...
साहसी युवाओं के लिए रिवर राफ्टिंग में ढेरों करियर संभावनाएं हैं. आज इस कोर्स को संचालित करने वाले ढेरों संस्थान खुल गए हैं. ऐसे संस्थान 6 माह के सर्टिफिकेट कोर्स चलाते हैं.
क्या-क्या हैं जरूरतें?
इन संस्थानों में सबसे पहले आवेदकों की शारीरिक जांच की जाती है. आवेदक के साहस को परखने के लिए उसे राफ्टिंग गाइड के साथ खतरनाक राफ्टिंग ट्रैक पर भेजा जाता है. इसमें सफल होने पर उसे प्रशिक्षण के लिए चुना जाता है.
कैसे दी जाती है ट्रेनिंग?
प्रशिक्षण के दौरान उन्हें राफ्टिंग उपकरणों के प्रयोग के तरीकें समझाए जाते हैं. नदी के बहाव, गहराई, ढलान के साथ-साथ उसके खतरों की भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाती है. इसके अलावा ओवरनाइट रिवर टिप भी दी जाती है.
राफ्टिंग सीखने के बाद क्या करें?
राफ्टिंग का पूर्ण प्रशिक्षण हासिल करने के बाद यदि कोई चाहे तो खुद का राफ्टिंग स्कूल खोल सकता है. इसके अलावा राफ्टिंग गाइड बनकर पर्यटकों को राफ्टिंग के रोमांच का अनुभव देने के साथ-साथ अच्छी कमाई भी की जा सकती है.