
वैसे तो न भारत में आज पायलटों की कमी है और न ही हवाई लड़ाकों की, लेकिन इस बात से कम ही लोग वाकिफ हैं कि हिंदुस्तान की सरजमीं पर कभी इंद्र लाल रॉय नामक पायलट भी हुआ था. इस हिंदुस्तानी पायलट ने महज 19 साल की उम्र में इतनी कुछ हासिल कर लिया था कि बड़े-बड़े दिग्गज भी उसे देख कर दांतों तले उंगली दबा लेते थे. यह पायलट महज 19 साल की उम्र में दुनिया को विदा कह गया.
1. इंद्र उस वक्त केवल 19 बरस के थे, जब उन्होंने पहले विश्व युद्ध में बलिदान दे दिया. वे फ्रांस में वेस्टर्न फ्रंट पर शहीद हो गए.
2. ब्रिटेन के तीसरे सबसे प्रतिष्ठित गैलेंट्री अवॉर्ड डिस्टिंगुइश्ड फ्लाइंग क्रॉस (DFC) से नवाजा गया. वे ऐसे पहले भारतीय थे.
3. उनकी दस हवाई जीत महज 13 दिनों के भीतर आए. 6 से 19 जुलाई 1918 के बीच.
4. उन्होंने दुश्मन के दस जहाज मार गिराए थे. जिनमें से 5 पूरी तरह बर्बाद कर दिए गए, जबकि 5 अन्य काबू से बाहर हो गए.
5. उनके भतीजे सुब्रतो मुखर्जी वायु सेना के पहले इंडियन चीफ स्टाफ बने.