
साल 2016 में केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज दुनिया की सबसे छोटी मशीनों के डेवलपमेंट के लिए दिया गया है. Jean-Pierre Sauvage, Sir J Fraser Stoddart और Bernard L Feringa नोबेल प्राइज को साझा करेंगे. यह नोबेल उन्हें मॉल्यूक्यूलर स्केल पर मशीन के डिजाइन और सिंथेसिस के लिए दिया गया है. इन तीनों शख्सियतों को स्वीडन के प्रेस कॉन्फ्रेंस में नोबेल के लिए नामित किया गया.
बताया जा रहा है कि इस फील्ड में इन तीनों वैज्ञानिकों द्वारा किया गया काम आने वाले समय में नए मटीरियल, सेंसर और एनर्जी स्टोरेज सिस्टम बनाने की दिशा में खासा मददगार साबित होगा.
Molecular machines वास्तव में छोटे अणु होते हैं. ऊर्जा यानी Energy देकर इनसे तय किया गया खास काम कराया जा सकता है. बता दें कि ये मशीन एक बाल से भी हजार गुणा पतली होती हैं.
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असल केमिस्ट को मिल रहा है नोबेल...
ऐसा अक्सर होता रहा है कि केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज किन्हीं सच्चे केमिस्टों के पास जाने के बजाय कहीं और चला जाता था, हालांकि इस बार ऐसी कोई शिकायत नहीं है. यह फंडामेंटल साइंस है लेकिन इसमें स्मार्ट मैटेरियल से लेकर ड्रग डिलिवरी तक भविष्य की ढेरों संभावनाएं हैं. इन स्ट्रक्चर की मदद से वे केमिकल एनर्जी को मैकेनिकल फोर्स में तब्दील कर सकते हैं.
ब्रिटेन के तीन वैज्ञानिकों को मिला 2016 फिजिक्स का नोबेल...
ज्ञात हो कि नोबेल प्राइज एक मशहूर केमिस्ट अल्फ्रेड नोबेल के नाम पर दिया जाता है. उन्होंने डायनामाइट का आविष्कार किया था.