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बंगलुरू के इस वॉटर टैंकर ड्राइवर ने जीता 'मिस्टर एशिया' का खिताब

बंगलुरू के 25 साल के वॉटर टेंकर ड्राइवर जी बालाकृष्णन ने मिस्टर एशिया 2016 का खिताब जीत लिया है. आप भी जानिए पैसे के अभाव में बाला के इस मुकाम तक पहुंचे की कहानी...

जी बालाकृष्णन जी बालाकृष्णन
स्वाति पांडे
  • नई दिल्ली,
  • 25 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 3:43 PM IST

कहते हैं जब कुछ पाने की चाह हो तो कोई भी मुश्किल आपको अपने मुकाम तक पहुंचने से नहीं रोक सकती. बंगलुरू के 25 साल के वॉटर टेंकर ड्राइवर ने भी कुछ यही कर दिखाया है.

जी बालाकृष्णन ने दो बॉडी बिल्डिंग टाइटल्स 'मिस्टर एशिया 2016' और 'आर्नोल्ड स्वाजनेगर ऑफ व्हाईटफील्ड' जीत लिया है. बाला ने यह कारनामा फिलीपीन्स के 5वें 'फिल-एशिया बॉडी-बिल्डिंग चैंपियनशिप' में कर दिखाया है. बाला वर्थुर के पास रामागोंन्दहाली के रहने वाले हैं. यह एक जिम इंस्ट्रक्टर हैं.

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बाला ने 'द हिंदू' को दिए इंटरव्यू में कहा, 'मैं अपने प्रदर्शन पर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं और फाइनेंशियल हेल्प से मैं अपने उपलब्धि को बार-बार दोहराना चाहूंगा. मुझे मेरी मां और भाई ने हमेशा सपोर्ट किया है. वो हमेशा मेरे साथ खड़े रहे.'

बाला आर्नोल्ड स्वाजनेगर के बहुत बड़े फैन हैं. वो कहते हैं, 'मैं रोज छह घंटे प्रैक्टिस करता हूं और मुझे मुंबई और पंजाब के जाने-माने बॉडी बिल्डर्स ट्रेन करते हैं.' वो कहते हैं, 'टूर्नामेंट के लिए अपेक्षित वजन के लिए मैंने कठिन डाइट को फॉलो किया है. मेरे डाइट में 750 ग्राम चिकन, 25 अंडे, 300 ग्राम चावल, 200 ग्राम सब्जी, मछली और फल शामिल हैं.'

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बाला ने इसके पहले 2013 में जर्मनी में मिस्टर यूनिवर्स अंडर-24 कॉन्टेस्ट और इसी कैटेगरी में 2014 में एथेन्स में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप में मिस्टर यूनिवर्स का खिताब जीता है. उन्होंने 2010 में बंगलुरू में वॉटर-टैंकर बिजनेस ज्वाइंन कर लिया था.

यहां तक पहुंचना बाला के लिए कतई आसान नहीं था. उनके लिए 'व्हाईटफील्ड सेटलर्स एंड रेसीडेन्ट्स एसोशिएशन' ने फंड जमा किया था. पैसे की कमी से जूझ रहे बाला कहते हैं, 'चैंपियनशिप जीतने के बावजूद मेरी चिंता हमेसा पैसों को लेकर रहेगी. सरकारी सहायता के अभाव में देश से बाहर होने वाले चैंपियनशिप में हिस्सा लेना मेरे लिए अभी भी मुश्किल है.'

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