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बिहार बोर्ड 10वीं परीक्षा के परिणाम आज दोपहर जारी कर दिए गए हैं. बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के चेयरमैन आनंद किशोर ने बताया है कि इस साल 51 प्रतिशत पास हुए हैं. साथ ही फर्स्ट डिवीजन में 14 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं. 2nd डिवीजन में 27 प्रतिशत बच्चे और 3rd डिवीजन में 9.33 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं.
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लेकिन महत्वपूर्ण बात ये नहीं है कि फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड डिवीजन में कितने बच्चे पास हुए, बल्कि ये है कि कितने बच्चे फेल हो गए हैं.
आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि इस बार 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 17,23,911 हजार बच्चे बैठे थे. जिसमें से 8,56,353 फेल हो गए हैं. उत्तीण हुए छात्रों की संख्या 8,63,950 है. जबकि 2,632 का परीक्षाफल लंबित है.
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फेल हो गया बोर्ड?
गौरतलब है कि कुछ सप्ताह पहले ही बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट जारी किया था. जिसमें ओवर ऑल 64 प्रतिशत फेल हो गए थे. इनमें 70 फीसदी साइंस स्ट्रीम, 63 प्रतिशत आर्ट्स और 26 फीसदी कॉमर्स के स्टूडेंट शामिल थे. इसके बाद गणेश टॉपर घोटाला भी सामने आया था.
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क्या है कारण
बड़ी संख्या में छात्रों के फेल होने का एक कारण बोर्ड की नकल रोकथाम की कोशिशें और कॉपी चेक करने व रिजल्ट जारी करने में बरती गई सावधानियां हैं. 12वीं बोर्ड में लगातार दो साल स्कैम की खबरें आने के बाद बोर्ड ने इस बार 10वीं के रिजल्ट में कई सावधानियां बरती हैं. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बोर्ड ने टॉपर्स की उम्र से लेकर उनके नंबरों तक को कई बार क्रॉस चेक किया है. यही वजह है कि 10वीं के परिणाम आने में इतना समय लगा.