
बिहार बोर्ड के इंटर के नतीजे मंगलवार को घोषित किए गए. नतीजों की घोषणा के तुरंत बाद ही रिजल्ट पर विवाद शुरू हो गया. सबसे पहले इस बात पर विवाद हुआ कि बिहार बोर्ड के 64 फ़ीसदी छात्र परीक्षा में फेल हो गए और अब ताजा विवाद बिहार बोर्ड के आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार को लेकर हुआ है.
बिहार बोर्ड की 12वीं परीक्षा में उसने संगीत विषय चुना, जिसमें उसने प्रैक्टिकल के 70 में से 65 अंक हासिल किए. संगीत जैसे विषय में इतना ज्यादा अंक देख यह सवाल उठ रहे हैं कि कहीं गणेश कुमार फर्जी टॉपर तो नहीं? रिजल्ट के बाद से गणेश लापता भी बताया जा रहा था, हालांकि आजतक की टीम ने उसे ढूंढ़ निकाला. यहां उससे बातचीत में यह बात भी साफ हुई कि उसे संगीत का जरा भी ज्ञान नहीं.
आजतक की टीम ने गणेश से जब उनके लापता होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उनके चाचा का देहांत हो गया था और वह उसी में गए थे. वहीं टॉप होने की वजह पूछी गई तो उनका कहा था, 'मेहनत के साथ लगन से पढ़ाई की और उसी मेहनत की वजह से टॉप किया.' गणेश को संगीत की प्रायोगिक परीक्षा (प्रैक्टिकल) में 70 में 65 अंक मिले हैं, ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें संगीत का अच्छा ज्ञान होगा, लेकिन आजतक संवाददाता ने जब उनसे कुछ सवाल पूछे तो उनकी कलई खुल गई. उन्हें अंतरे और मुखड़े जैसा बैसिक ज्ञान भी नहीं था.
गणेश कुमार झारखंड के गिरीडीह का रहने वाला है, लेकिन इंटर की पढ़ाई करने के लिए वह 250 किलोमीटर दूर बिहार के समस्तीपुर पहुंचा. यहां उसने रामनंदन सिंह जगदीश नारायण कॉलेज में 2015 में दाखिला लिया. वहीं 'आज तक' की टीम गणेश के कॉलेज भी गई. जांच के दौरान आज तक की टीम को गणेश का एडमिशन फॉर्म हाथ लगा, जो उसने 2015 में कॉलेज में दाखिला लेते वक्त जमा किया था. एडमिशन फॉर्म पर एक नजर डालते ही उसमें कई खामियां नजर आईं.
1. आखिर क्यों गणेश कुमार ने गिरिडीह से 250 किलोमीटर दूर समस्तीपुर में इंटर की पढ़ाई के लिए दाखिला लिया?
2. गणेश ने एडमिशन फॉर्म में अपनी जन्म तिथि 2 जून 1993 दिखाई है. जिसका मतलब वह 24 साल का है. आमतौर पर इंटर की परीक्षा देने वाले छात्र की उम्र 17 से 19 साल के बीच होती है.
3. गणेश ने इंटर कॉलेज में दाखिला किस दिन लिया, तारीख का जिक्र एडमिशन फॉर्म में नहीं है.
4. लड़का होते हुए गणेश ने होम साइंस और म्यूजिक जैसे सब्जेक्ट को इंटर की पढ़ाई के दौरान चुना.
5. गणेश के एडमिशन फॉर्म में स्थानीय पता नहीं बताया क्या है, हालांकि स्थाई पता गिरिडीह, झारखंड के रूप में लिखा हुआ है.
आज तक ने जब गणेश के इंटर कॉलेज के संस्थापक सचिव जवाहर प्रसाद से बात की तो गणेश कुमार के आर्ट्स में टॉप करने को लेकर उन्हें भी बड़ा आश्चर्य हुआ. आज तक के हाथ गणेश की 12वीं की मार्कशीट भी है. जिसमें उसने टॉप किया है. मार्कशीट के मुताबिक गणेश ने म्यूजिक में 70 में 65 अंक हासिल किए हैं जो काफी चौंकाने वाली बात है. यही नहीं, गणेश ने हिंदी में 92 अंक प्राप्त किए हैं. आज तक ने जब गिरिडीह में गणेश के परिवार वालों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि गणेश पिछले 4 सालों से गिरिडीह नहीं आया है.
गौरतलब है कि आज तक ने पिछले साल टॉपर्स घोटाले का पर्दाफाश किया था. जिसकी वजह से ही इस साल बिहार बोर्ड ने परीक्षा प्रक्रिया में काफी कठोरता बढ़ती थी. बिहार में इस बार 64 फ़ीसदी छात्र फेल हो गए. लेकिन नतीजे घोषित होने के बाद आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार के भूमिगत हो जाने से एक बार फिर बिहार बोर्ड की पूरी परीक्षा प्रक्रिया विवादों में घिर चुकी है.