Advertisement

50 हजार शिक्षकों को 50 करोड़ की लागत के टैब बांटेगी दिल्‍ली सरकार

दिल्‍ली सरकार के सभी स्‍कूल टीचर्स को इस साल के अंत तक नॉन एकेडमिक कार्यों जैसे अटेंडेंस और अंक देने के लिए टैब दिया जाएगा.

MCD SCHOOL MCD SCHOOL
मेधा चावला/पंकज जैन
  • नई दिल्‍ली,
  • 18 अक्टूबर 2016,
  • अपडेटेड 11:44 PM IST

दिल्‍ली सरकार ने एक अहम फैसले में सभी अध्‍यापकों को टैब बांटने का फैसला लिया है. दिल्‍ली के उप- मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को एजुकेशन डिपार्टमेंट से कहा है कि वे आईटी डिपार्टमेंट को इसका खाका तैयार करने को कहें.

एजुकेशन डिपार्टमेंट में सलाहकार अतिशि मारलीना ने कहा, 'स्‍कूल अध्‍यापकों पर से क्‍लेरिकल बोझ कम करने की मांग लंबे समय से आ रही थी. उन्‍हें अध्‍यापन के अलावा कई सारे नॉन एकेडमिक काम भी करने पड़ते हैं. इसलिए हमने यह निर्णय लिया कि सभी अध्‍यापकों को टैबलेट दिए जाएं. इसमें 15,000 गेस्‍ट टीचर्स हैं और 1,000 प्रिंसिपल्‍स और एजुकेशन डिपार्टमेंट से 100 अधिकारी शामिल हैं.'

Advertisement

उन्‍होंने बताया कि इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अगर कोई बच्‍चा उपस्थित नहीं है तो उसका एबसेंट मार्क लगते ही वह मैसेज सीधा अभि‍भावक के पास पहुंच जाएगा. धीरे-धीरे इसमें और एप्‍स जोड़े जाएंगे.

दिल्ली: स्कूलों में 25 हजार शिक्षकों की कमी, 30 के बजाय 80 छात्रों पर एक टीचर

डिपार्टमेंट यह उम्‍मीद कर रहा है कि मार्च के अंत तक टीचर्स टैब पर अंक देने और रिपोर्ट कार्ड बनाने लगेंगे. मारलीना ने बताया, 'अभी कई रिकॉर्ड्स को हाथ से तैयार किया जाता है. नए सिस्‍टम में अध्‍यापक टैब पर मार्क्‍स देने लगेगा और रिपोर्ट कार्ड कंप्‍यूटर जेनरेटिड होगी. यह सिस्‍टम कई प्राइवेट स्‍कूल्‍स में है. हम अध्‍यापकों को टैब पर ट्रेनिंग मटीरियल भी देंगे. सरकार डाटा पैकेज भी निश्‍चित करेगी और देखेगी कि ऑफिशियल काम के लिए कितना डाटा आवश्‍यक है.'

Advertisement

बता दें कि इसके लिए दिल्‍ली सरकार ने 50 करोड़ रुपए का बजट रखा है.


Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement