इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने 15 फरवरी को इतिहास रच दिया. सतीश धवन स्पेश सेंटर श्रीहरिकोटा, आंध्रप्रदेश से 104 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जा चुका है. इसी के साथ इसरो ने कई रिकॉर्ड भी अपने नाम किए.
#ISRO ने बनाए ये रिकॉर्ड
- गौर करने वाली बात ये है कि 104 में से केवल 3 सैटेलाइट ही भारत के हैं बाकी 88 सैटेलाइट अमेरिका के हैं.
- ये 88 सैटेलाइट सैन-फ्रांसिस्को बेस्ड कंपनी प्लेनेट ने दिए हैं जिसका पहले नाम प्लेनेट लैब्स हुआ करता था. ये कंपनी
आज से करीब 6 साल पहले शुरू हुई थी. इस एजेंसी के पहले से ही 60 अर्थ इमेजिंग सैटेलाइट्स स्पेस पर मौजूद हैं और आज से सबसे ज्यादा सैटेलाइट स्पेस में रखने का रिकॉर्ड इस एजेंसी के नाम हो जाएगा.
- ISRO ने इसे प्रक्षेपण की तैयारी को कम लागत में पूरा किया है वो भी पूरी तरह से खुद की ही बनाई हुई टेक्नोलॉजी से
जो अपने आप में उल्लेखनीय है.
- इस रॉकेट का वजन 320 टन है जिसमें 1500 किलोग्राम वजन के कुल उपग्रह हैं, जो शायद अपने आप में भी एक रिकॉर्ड हो
सकता है.
- भारत पहली बार बेबाकी से शुक्र पर जाएगा.
- अब भारत स्पेस रिसर्च के क्षेत्र में विश्व पटल पर भी अपना दबहबा बनाने में कामयाब
हो जाएगा.