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जानिए कैसे होती है वोटों की गिनती

5 राज्यों में हुए 2016 असेंबली इलेक्शन का रिजल्ट 19 मई को जारी किया जाएगा. इससे पहले जानिए भारत में वोटों की काउंटिंग कैसे की जाती है....

Vote Counting Vote Counting
स्नेहा
  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2016,
  • अपडेटेड 10:39 AM IST

हमारे और आपके मन में हमेशा यह बात चलती रहती है कि चुनावों के बाद लाखों वोटों की गिनती कैसे होती है. मतगणना करना अपने आपमें एक बहुत बड़ा टास्क है. हम आपको यहां कुछ ऐसी जानकारी देने वाले हैं जिससे आप आसानी से समझ सकेंगे कि वोटों की गिनती कैसे होती है...

1. रिप्रजेंटेशन ऑफ द पीपल एक्ट 1951
Section 64, काउंटिंग ऑफ वोट्स: वोटों की गणना रिटर्निंग ऑफिसर की देख-रेख में की जाती है. चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार, इलेक्शन एजेंट, काउंटिंग एजेंट को काउंटिंग वेन्यू पर रहने की इजाजत होती है.

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Sec 67, रिजल्ट की जानकारी: रिटर्निंग ऑफिसर को इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को रिजल्ट के बारे में जानकारी देनी होती है. इसके अलावा उन्हें दूसरी अथॉरिटी (सेक्रेटरी स्टेट लेजिस्लेचर) सहित उन लोगों को यह जानकारी देनी होती है जो सरकारी गैजेट्स पर इस रिजल्ट को अपलोड करते हैं.

2. कंडक्ट ऑफ इलेक्शन रूल्स, 1961
रूल 51: वोट काउंटिंग के लिए जगह और समय का निर्धारण
रिटर्निंग ऑफिसर की ओर से वोट काउंटिंग के लिए जगह और समय का निर्धारण किया जाता है. रिटर्निंग ऑफिसर वोट काउंट होने से एक हफ्ते पहले सारे कैंडिडेट्स को जगह की जानकारी दे देता है.

रूल 52: भारत के इलेक्शन कमीशन के दिशा-निर्देश के अनुसार उम्मीदवार काउंटिंग एजेंट को रख सकता है लेकिन उसकी संख्या 16 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.

रूल 53: रिटर्निंग ऑफिसर, काउंटिंग स्टाफ, उम्मीदवार इलेक्शन एजेंट, काउंटिंग एजेंट, सरकारी कर्मचारी के अलावा कोई भी व्यक्ति काउंटिंग सेंटर पर मौजूद नहीं रह सकता है.

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रूल 55 C: काउंटिंग स्टाफ और काउंटिंग एजेंट EVM मशीन की जांच काउंटिंग से पहले करते हैं. अगर इसमें किसी प्रकार की गड़बड़ी पाई जाती है तो इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को इसकी जानकारी दी जाती है.

3. वोट काउंटिंग के एक हॉल में टेबल्स की संख्या 14 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए (2009 के लोकसभा इलेक्शन के दौरान, 25 टेबल तक लगाने की मंजूरी दी गई थी).

4. चुनाव लड़ने वाला उम्मीदवार या उनका एजेंट रिटर्निंग ऑफिसर के टेबल पर काउंटिंग की प्रक्रिया देखने के लिए बैठ सकता है.  सिर्फ ऑफिशियल कैमरे से ही वीडियोग्राफी हो सकती है.

5. काउंटिंग हॉल में सिर्फ इलेक्शन कमीशन के निरीक्षक ही मोबाइल फोन का उपयोग कर सकते हैं.

6. वोट काउंटिंग जगह पर 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू होती है. इसके आस-पास की हर पब्लिक गेदरिंग वाली जगह को बंद कर दिया जाता है.

7. कोई भी काउंटिंग मेंबर काउंटिंग सेंटर से वोटिंग के दौरान न तो बाहर निकल सकता है और न ही दोबारा आ सकता है.

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