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हुनर का कोई धर्म नहीं होता. ये कहां कब किस गली में मिल जाए, कहा नहीं जा सकता. कश्मीर की वादियों में रहने वाली 17 साल की 'इकरा रसूल' का जब हुनर बोलता है तो लोगों की बोलती बंद हो जाती है. वह लड़कों के साथ क्रिकेट खेलती हैं और काफी मेडल जीत चुकी हैं. उनके परिवार वाले चाहते हैं कि आने वाले समय में उनकी बेटी देश के लिए क्रिकेट खेलें और भारत का नाम रोशन करें.
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बारामुला, कश्मीर. इस जगह की जो छवि हमारे मन में बनी हुई है, उसमें क्रिकेट के लिए जगह न के बराबर है. फीमेल क्रिकेट के लिए तो कतई नहीं. लेकिन ये देखकर खुशी होती है कि कश्मीर की कोई लड़की क्रिकेट खेलती है, आज भी इकरा हिजाब पहनकर क्रिकेट खेलती है.
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वह ऑलराउंडर हैं. लोकल लीग्स से खेलना शुरू किया और आज पूरे देश में होने वाले टूर्नामेंट्स में खेलती हैं. जम्मू कश्मीर की स्टेट टीम में उन्होंने चार बार जगह मिल चुकी है. अभी उनकी उम्र है महज 17 साल है. अपनी इंस्पिरेशन विराट कोहली को बताती हैं. जिन बच्चों के मां-बाप शर्मा जी के लड़के की मिसाल देकर उनका टीवी बंद कर देते हैं, इकरा उनके लिए मसीहा हैं. इतनी बढ़िया बैटिंग विराट कोहली को टीवी पर देखकर सीखी है. अपने ‘द्रोणाचार्य’ विराट को चार बार लेटर भी लिखे, लेकिन वो डिलीवर नहीं हुए.
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पिता एक बेकरी चलाते हैं. वह कहते हैं कि मेरी बेटी ब्वॉयज टीम में खेलकर मेडल्स जीत रही हैं. अब बस इकरा और उनका परिवार एक अच्छे मौके की तलाश कर रहा है जहां वह देश का नाम रोशन करें. बता दें इकरा को पहले स्कूल के बच्चों के साथ खेलना पड़ता था. आज उन्हें एक कोच ट्रेन कर रहा है.