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पड़ोसी देश यानी पाकिस्तान में रहने वाली मुनिबा मजारी की कहानी काफी प्रेरेणादायक है. उन्हें पाकिस्तान की आयरन लेडी कहा जाता है. वो संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की नेशनल एंबेसडर हैं. 3 मार्च 1987 को जन्मीं दुनिया जिस मुनिबा को जानती है, उसके पीछे एक दर्दनाक कहानी छिपी है.
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मुनिबा अपाहिज हैं और व्हीलचेयर के सहारे चलती हैं, महज 20 की उम्र में एक कार हादसे में उनके कमर के नीचे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. जिसके बाद वह अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पाई. 18 साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता के कहने पर शादी कर ली थी, पर उनकी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल नहीं रही. शादी के दो-तीन साल बाद ही वो दुर्घटना हो गई जिसने उनकी जिदंगी बदल दी.
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कार चलाते हुए सो गए थे मुनिबा के पति
मुनिबा ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनके पति कार चलाते हुए सो गए थे और गाड़ी के बेकाबू हो गई. जब गाड़ी बेकाबू हुई थी तो मुनिबा के पति कार से कूद गए थे लेकिन वह कार के अंदर ही रही और दुर्घटना में बुरी तरह घायल हो गई.
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पति ने दिया तलाक
ढाई महीनों तक अस्पताल में रहने के बाद जब वह बाहर आईं तो वह पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थी. अपाहिज होने के बाद उनके पति ने उन्हें तलाक दे दिया. जिंदगी में आई इन बड़ी मुसीबतों से हौसला हारने के बजाए उन्होंने तय किया कि वो पेंटिंग का अपना शौक पूरा करेंगी. उन्होंने अपनी सारी भावनाएं पेंटिग बनाकर लोगों के सामने रखी. धीरे-धीरे उनकी कला के क्षेत्र को पहचान मिलने लगी.
फोर्ब्स पत्रिका में हुआ नाम शामिल
समाचार संस्था बीबीसी ने साल 2015 में मुनिबा का नाम अपनी 100 वुमन सीरीज में शामिल किया था. फोर्ब्स पत्रिका ने साल 2016 में 30 साल से कम उम्र की दुनिया की 30 शख्सियतों में शुमार किया था.
आज मुनिबा को आयरन लेडी के नाम से भी जाना जाता है. वह मोटिवेशनल स्पीकर भी है और लोगों को प्रेरित करती है. उनका कहना है कि 'मेरे शरीर की वजह से कैद हूं, पर मेरा मन आजाद है, और मेरी आत्मा भी, मैं अब भी बड़े सपने देख सकती हूं.