Advertisement

दुनिया में एक शख्स ऐसा भी, घायल व अंधे हाथियों को सुनाता है संगीत...

यह एक ऐसे शख्स के प्रेम की कहानी है जिसने निस्सहाय और मूक जानवरों को बीथोवन का संगीत सुनाने का संकल्प लिया. जिसकी धुन पर हाथी जैसे जानवर भी झूम उठते हैं...

Paul, Music for Elephants Paul, Music for Elephants
विष्णु नारायण
  • नई दिल्‍ली,
  • 19 जून 2016,
  • अपडेटेड 12:54 PM IST

वैसे तो हमारी दुनिया में ऐसे लोगों की कोई कमी नहीं है जो जानवरों से लगाव रखते हैं. जिनका दिल बेसहारा जानवरों के लिए धड़कता है, लेकिन ब्रिटिश नागरिक व पियानोवादक पॉल की बात ही जुदा है. वे एक बार अपनी प्रेमिका से मिलने थाईलैंड जाते हैं और प्रेमिका के जानवर प्रेम से इस कदर प्रभावित हो जाते हैं कि, वे थाईलैंड में घायल और दृष्टिबाधित हाथियों के उपचार के क्रम में उन्हें संगीत से सराबोर करने का संकल्प ले लेते हैं.

Advertisement

लकड़ी के लालच ने घटा दिए थाईलैंड के जंगल...
थाईलैंड के जंगलों में पाए जाने वाले सागौन और टीक के पेड़ों से बेहतरीन फर्नीचर बनते हैं. इसी वजह से यहां के जंगलों और इन पेड़ों की अंधाधुंध कटाई चल रही है. इस कटाई के सबसे बड़े शिकार बनने वालों में से अव्वल रहे थाईलैंड के हाथी जो इन्हीं जंगलों में वास करते थे. पहले-पहल तो इन्हें लकड़ी की ढुआई के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा और इसी वजह से वे कई बार घायल हो जाया करते और बाद में उन्हें छोड़ दिया जाता. वे निस्सहाय और घायल होने के बाद कहीं के नहीं रहते.

इन हाथियों की बेहतरी के लिए बना है Elephant's World...
जिस किसी भी शख्स को थाईलैंड के बारे में थोड़ा-बहुत मालूम होगा वे इस बात से जरूर वाकिफ होंगे कि थाई लोग हाथियों से बहुत प्यार करते हैं. बेहद बुरी हालत में जीवन गुजार रहे इन हाथियों को एक शांतिपूर्ण और बेहतर स्थान मुहैया करवाने के उद्देश्य से क्वई नदी के किनारे ‘अभ्यारण्य का स्वर्ग’ कहे जाने वाले Elephant's World की स्थापना की गई जो पूरी तरह से मिलने वाले चंदे और दान से संचालित होता है.

Advertisement

इसी Elephant's World में इन हाथियों को संगीत सुनाते हैं पॉल...
हम आपको बताते चलें कि पॉल एक ब्रिटिश नागरिक हैं और उनकी पत्नी थाई. वे दोनों एक-दूसरे से 18-19 साल पहले मिले थे और उनकी शादी को 18 साल बीत चुके हैं. उनकी पत्नी हमेशा से जानवर प्रेमी रही हैं और उन्हें देखते-देखते ही वे जानवरों के प्रति झुकते चले गए. वे अब इस अभ्यारण्य में पियानो के अलावा और भी कई वाद्य यंत्रों से हाथियों का मनोरंजन करते हैं.

गौरतलब है कि इन जंगलों में रहने वाले तमाम निस्सहाय और दृष्टिबाधित हाथियों को उनके संगीत से बहुत सुकून मिलता है. वे उनके संगीत बजाने पर उन्हें घेर कर खड़े हो जाते हैं. वे उनसे लाड़ जताते हैं. वे उनके लिए बीथोवन का संगीत बजाते हैं और हाथी भी सब-कुछ छोड़-छाड़ कर उनका संगीत सुनने लगते हैं. कई बार तो ये विशाल जानवर उनका संगीत सुन कर रो भी पड़ते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement