
दुनिया में वैसे तो सारी जगहों पर लोग रहते हैं मगर इस बात से तो कमोबेश सभी सहमत होंगे कि हॉस्टल में रहने की बात ही अलहदा होती है. हॉस्टल जहां अल्हड़पन बसता है, हॉस्टल जहां टैलेंट पनपता है, हॉस्टल जहां पढ़ाकू छात्रों के साथ-साथ लड़ाकू और सामाजिक-राजनीतिक छात्र भी हंसी-खुशी से रहते हैं. हॉस्टल जहां आप अपने अंतरंग मित्रों से मिलते हैं जो ताउम्र आपके दोस्त बने रहते हैं. इस बात से सभी सहमत होते हैं कि हॉस्टल को जीवंत बनाए रखने में वहां के ही छात्रों की भूमिका को कहीं से भी खारिज नहीं किया जा सकता.
आज हम आपको रू-ब-रू करा रहे हैं कुछ ऐसे स्टूडेंट्स से जो हॉस्टल की आन-बान-शान और जान होते हैं.
1. छात्र जो दारू पीने के बाद अंग्रेजी बोलने लगते है:
वैसे तो ऐसे लोग हर जगह पर होते हैं मगर इस बात से शायद ही कोई रजामंद हो कि ऐसे सारे छात्रों की ट्रेनिंग हॉस्टल्स में ही होती है. दो घूंट चढ़ाई नहीं कि कभी अंग्रेजी न बोलने वाली यह जमात टूटी-फूटी ही सही मगर अपनी फक्कड़ अंदाज में अंग्रेजी बोलने लगती है.
2. जो पढ़ने के लिए ही पैदा हुए हैं:
ऐसे लड़के जो हॉस्टल में कमरा सिर्फ पढ़ाई के लिए ही अलॉट कराते हैं. वे इतना पढ़ते हैं कि चश्मा और वे एक दूसरे के पर्याय बन जाते हैं.
3. ऐसे छात्र जो पंगा खरीदते चलते हैं:
जी हां, हॉस्टल के ऐसे छात्र वैसे तो पूरे छात्रावास की फजीहत ही कराते रहते हैं, मगर कई बार हॉस्टल का भौकाल भी इन्हीं की वजह से होता है और ऐसे छात्र हॉस्टल का अहम हिस्सा होते हैं.
4. ऐसे छात्र जिन्हें नेतागिरी का कीड़ा लगा होता है:
ऐसे छात्र जिनकी जुबान काफी तेज चलती है. चाहे हॉस्टल के बेहतर खाने के लिए संघर्ष करना हो या कहीं भी फीस वृद्धि पर. इन्हें हर जगह देखा जा सकता है. जिनकी जुबान पर लोहिया, विवेकानंद और मार्क्स की बातें होती हैं. जो हमेशा ही क्रांति के मोड में रहते हैं.
5. ऐसे छात्र जो सिर्फ मेस और कैंटीन में ही पाए जाते हैं:
सारे हॉस्टलों में ऐसे कुछ छात्र जरूर पाए जाते हैं जो उनके कमरों के अलावा मेस और कैंटीन में पाए जाते हैं. ऐसे स्टूडेंट्स जिनका कितना भी खाने के बाद पेट नहीं भरता.
6. जो फोन से ही चिपके रहते हैं:
पहले तो ऐसे छात्र फोन को कान से चिपकाए रहते थे लेकिन स्मार्ट फोन और इंटरनेट के आगमन के बाद ऐसे छात्र दिन भर फोन की स्क्रीन पर ही नजरें टिकाए रहते हैं. फोन पर ही जागना और फोन पर ही सोना इनका प्रिय शगल होता है.
इस कड़ी में इतना ही, लेकिन यह बस कड़ी की शुरुआत है. आप भी अपने दोस्तों से इसको साझा कर सकते हैं और हमें कमेंट करके अपने साथ रहने वाले अंत:वासियों की कैटेगरी से वाकिफ करा सकते हैं.