
पानी एक गंभीर मुद्दे के रुप में उभर कर सामने आया है. आज दुनिया प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग और पापुलेशन जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रही है. ऐसे में आने वाले समय में पानी के घटते स्रोत चिंता का विषय है. लेकिन शायद हम में से बहुत कम लोग जानते हैं कि जीवन कहे जाने वाले पानी को अगर अभी से नहीं बचाया गया तो आने वाले समय में हमारी धरती और इंसान का क्या हश्र होगा.
'Is water the next oil?' इसी गंभीर मुद्दे पर बच्चों को सेन्सीटाइज करने के मकसद से वसंत वैली स्कूल ने एक मल्टीमीडिया कॉन्टेस्ट आयोजित किया. वसंत वैली स्कूल की हेड ऑफ टेक्नोलॉजी ने बताया, 'हर साल ये कॉम्पटीशन होता है और हर साल हम एक ऐसा विषय चुनते हैं जो समाज से जुड़ा हो. इस साल हमने Is water the next oil'विषय को चुना है.'
इस कॉन्टेस्ट में देशभर से 22 स्कूलों ने हिस्सा लिया था. इन स्कूलों ने 3 कैटेगरीज में कम्पीट किया, जिनमें फाइनल्स में कुल 9 स्कूल ही अपनी जगह बना पाईं. इस कॉन्टेस्ट को जज पर्यावरण से जुड़े फिल्ममेकर्स और समाजिक मुद्दों से जुड़े दिग्गजों ने किया. क्रिएटिविटी, फैक्ट्स, डिजाइन, रेलेवेंस और प्रेजेन्टेशन के आधार पर बच्चों की एंट्रीज को जज किया गया.
बच्चों ने भी बड़े उत्साह से कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया. इस कॉम्पटीशन में मेयो गर्ल्स स्कूल ने टॉप किया और दूसरे नंबर पर वसंत वैली स्कूल ने अपनी जगह बनाई. जीत के बाद मेयो गर्ल्स की छात्र शर्मिष्ठा रनावत ने कहा, 'जीत कर बहुत अच्छा लग रहा है. हमने बहुत मेहनत की थी. पूरी फिल्म को सेल्फ शॉट किया है. हम दूसरों के मुकाबले कैसे खुद को बेहतर प्रेजेन्ट करें यही हमारे लिए ड्राइविंग फोर्स थी.' वसंत वैली स्कूल की छात्राओं ने बताया- 'हम यह सोचते ही नहीं कि हम रोज कितना पानी वेस्ट करते हैं. हमें सिर्फ इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए बल्कि इस दिशा में कड़े कदम भी उठाने चाहिए.'
मल्टीमीडिया फिल्म के अलावा Techo bite, Pixelographic, Game o matic जैसी कैटेगरी में भी बच्चों को प्राइज दिए गए. कुल मिलाकर सभी बच्चों के लिए ये कॉम्पीटीशन किसी लर्निंग एक्सपीरियेंस से कम नहीं था.