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देश के उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू ने भारत की शिक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की है. नायडू का कहना है कि गांव के स्कूलों में गणित और विज्ञान विषयों के अच्छे शिक्षकों को कायम रखना खासा मुश्किल होता जा रहा है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इन स्कूलों की उच्च कक्षाओं में यह विषय विद्यार्थियों को नहीं पढ़ाए जा रहे हैं.
उपराष्ट्रपति ने 100 डिजिटल कक्षाओं के शुभारंभ कार्यक्रम में कहा, 'गांव के स्कूलों में गणित और विज्ञान विषयों के अच्छे शिक्षकों को कायम रखना बेहद मुश्किल होता जा रहा है. इससे इन स्कूलों में गणित और विज्ञान विषय उच्च कक्षा के विद्यार्थियों को नहीं दिया जा रहा है. समाज के उचित विकास के लिए यह असंतुलन अवश्य दूर किया जाना चाहिए.'
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि अब डिजिटल माध्यम अपनाने के कारण स्कूलों में शिक्षा का स्तर बेहतर हो रहा है. उन्होंने कहा कि डिजिटल कक्षाओं के वातावरण में विद्यार्थियों को विज्ञान और गणित जैसे जटिल विषयों को समझने में आसानी होगी. डिजिटल तकनीक के जरिये लोगों को स्मार्ट मोबाइल फोन पर ज्ञान पहुंचाया जा सकता है.
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नायडू ने कहा,' आप विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दे सकते हैं, यह अच्छा है, लेकिन आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके बच्चे को अंग्रेजी से पहले उसकी मातृभाषा आना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि गुड मार्निंग से सही है कि बच्चे नमस्कार बोलकर अभिवादन करें.