
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और गृहमंत्री अमित शाह के बीच वार पलटवार तेज हो गया है. भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) राष्ट्रवाद के मुद्दे पर तो आम आदमी पार्टी अपनी सरकार के कामकाज पर फोकस कर रही है. हालांकि बड़े नेताओं की लगातार बयानबाजी ने दिल्ली के दंगल को दिलचस्प बना दिया है. शनिवार को अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिल्ली सरकार के स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था खराब बताने पर सरकारी स्कूल में आने के लिए आमंत्रित किया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह दिल्ली सरकार के किसी भी स्कूल में चलें. मैं उन्हें दिखाऊंगा कि स्कूलों में कितनी तब्दीली आई है. अमित शाह मुझे या पार्टी को खूब गाली दें, लेकिन दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था पर उंगली उठाकर 16 लाख छात्रों, उनके अभिभावकों और शिक्षकों का अपमान न करें.
दिल्ली सरकार के स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था की तारीफ आज देश में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है. कोई राज्य सरकार अच्छा काम कर रही है तो केंद्र सरकार को उसकी सराहना करनी चाहिए. सिर्फ चुनावी लाभ लेने के लिए इस तरह की गंदी राजनीति करनी अच्छी बात नहीं है.
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'मैं अमित शाह को आमंत्रण देता हूं, वह दिल्ली आएं, मैं खुद अमित शाह को दिल्ली के स्कूलों में लेकर जाऊंगा और उन्हें दिल्ली के स्कूल दिखाऊंगा. हम यह नहीं कहते कि सब कुछ बदल गया है , परंतु पिछले 5 सालों में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में बहुत बड़ा सुधार आया है. पिछले 70 सालों में शिक्षा व्यवस्था की जो दुर्दशा हुई थी, उसमें काफी सुधार आया है.'
सबकी मेहनत के आए अच्छे परिणाम
सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह सुधार सिर्फ हमारे कामों की वजह से नहीं आया, बल्कि यह सुधार दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले 16 लाख बच्चों की मेहनत से आया है. इन बच्चों के माता-पिता की मेहनत का नतीजा है, दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले लगभग 65,000 अध्यापकों की मेहनत का नतीजा है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में जो प्रधानाचार्य काम कर रहे हैं उनकी मेहनत का नतीजा है.
'अमित शाह ने किया 14 लाख बच्चों का अपमान'
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह से कहना चाहता हूं कि आपके ऐसे बयानों की वजह से उन 16 लाख बच्चों का अपमान हुआ है, उन 65000 अध्यापकों का अपमान हुआ है, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता का अपमान हुआ है. आपकी जो भी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है, वह हमसे है. आप केजरीवाल को गाली दे दीजिए, मनीष सिसोदिया को गाली दीजिए, आम आदमी पार्टी को गाली दीजिए, परंतु दिल्ली सरकार के स्कूल में पढ़ने वाले 16 लाख बच्चों और उनके माता-पिता की मेहनत को गाली मत दीजिए.
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सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह हमारे सरकारी स्कूल के बच्चों की, उन्हें पढ़ाने वाले अध्यापकों की और उनके माता-पिता की मेहनत का ही नतीजा है, कि 12वीं में दिल्ली सरकार के स्कूल का नतीजा 96% आया, हमारे सरकारी स्कूल के 300 से अधिक बच्चों ने जेईई एंट्रेंस पास किया, 400 से अधिक बच्चों ने आईआईटी का एग्जाम पास किया.'
'नकारात्मकता में क्यों जीते हैं अमित शाह?'
गृह मंत्री अमित शाह को चुनौती देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश के कई राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. केंद्र में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. मैं अमित शाह को चुनौती देता हूं कि किसी एक राज्य में, कोई एक सरकारी स्कूल दिखा दीजिए, जिसमें आपने सुधार किया हो. उन्होंने कहा कि अमित शाह आप इतनी नकारात्मकता में जीते हैं? मेरे साथ दिल्ली सरकार के स्कूलों में चलिए. मैं आपको अपने स्कूल के कॉन्फिडेंट छात्रों से मिलवाऊंगा. उनके माता-पिता से मिलवाऊंगा जिनको अपने बच्चों और दिल्ली सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर गर्व है. शायद आप में थोड़ी सी सकारात्मकता आ जाए.
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