
गोवा में जारी सियासी विवाद को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने पलटवार किया है. जेटली ने कहा कि कांग्रेस कुछ ज्यादा शिकायत करती है. गोवा में सिर्फ बीजेपी ने 21 विधायकों के साथ
सरकार बनाने का दावा पेश किया है. कांग्रेस की ओर से आधिकारिक तौर पर कोई कदम नहीं उठाया गया है, जबकि वह सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गई और लोकसभा में भी इस मामले को उठा रही है.
जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि गोवा में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति है. जहां भी त्रिशंकु विधानसभा होती हैं, वहां चुनाव बाद गठबंधन सामने आते हैं. बीजेपी के पक्ष में आज 40 में से 21 विधायक हैं और इसी आधार पर बीजेपी ने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया. राज्यपाल ने इसी आधार पर नई सरकार को शपथ दिलाने का न्योता दिया है. इसमें आरोप लगाने जैसी कोई बात ही नहीं है. वहीं, कांग्रेस ने सरकार गठन के लिए दावा तक पेश नहीं किया है.
जेटली ने कहा कि कांग्रेस के पास 40 में सिर्फ 17 विधायकों का समर्थन है. जेटली ने कहा कि इससे पहले भी कई ऐसे मौके आए हैं जब राज्यपाल ने चुनाव बाद गठबंधन को सरकार बनाने के लिए न्योता दिया है:
इन उदाहरणों से कांग्रेस पर बरसे जेटली:
-2013 में बीजेपी ने दिल्ली में 31 सीटें जीती थीं. लेकिन 28 सीटों वाली AAP ने कांग्रेस का समर्थन लिया और सरकार बनाने का न्योता उसे मिला.
-2005 में झारखंड में बीजेपी ने 81 में से 30 सीटें जीती थीं. बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन 17 सीटों वाले जेएमएम के नेता शिबू सोरेन ने कई दलों के साथ गठबंधन किया और उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया गया.
-2002 में जम्मू एवं कश्मीर में नेश्नल कांफ्रेंस ने 28 सीटें जीती थीं, लेकिन 15 सीटें जीतने वाली पीडीपी और 21 सीटें जीतने वाली कांग्रेस मिल गए और राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया.