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पीएम मोदी को नीच बोलने पर मणिशंकर अय्यर बोले- मेरी हिंदी कमजोर

गुरुवार को पत्रकारों से उन्‍होंने कहा, 'हां मैंने नीच शब्‍द का इस्‍तेमाल किया है. मैं हिंदी भाषी नहीं, अंग्रेजी बोलता हूं. मैंने लो पर्सन के लिए अपने मन में अनुवाद कर नीच इंसान बोला'

मणि‍शंकर अय्यर मणि‍शंकर अय्यर
दिनेश अग्रहरि/मौसमी सिंह
  • नई दिल्‍ली ,
  • 07 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 9:56 PM IST

बीजेपी के हमलावर होने पर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम को 'नीच इंसान' बताने वाले अपने बयान पर सफाई दी है और इसके लिए माफी भी मांगी है.

गुरुवार को पत्रकारों से उन्‍होंने कहा, 'हां मैंने नीच शब्‍द का इस्‍तेमाल किया है. मैं हिंदी भाषी नहीं, अंग्रेजी बोलता हूं. मैंने लो पर्सन के लिए अपने मन में अनुवाद कर नीच इंसान बोला. नीच शब्‍द का यदि कोई और अर्थ बनता है तो मैं क्षमा चाहता हूं. इस टिप्‍पणी के लिए मैं क्षमा चाहता हूं. शायद नीच शब्‍द को मैं समझ नहीं पाया. मैंने लो पर्सन के लिए नीच शब्‍द का इस्‍तेमाल किया, लो बॉर्न नहीं कहा. जो मायने मोदी जी निकाल रहे हैं, उससे मेरा कोई मतलब नहीं. पहले भी मेरे साथ यही हुआ. एक बार मैंने अटलजी के लिए कहा था कि वह बड़े लायक व्यक्ति है, पर बड़े नालायक प्रधानमंत्री. जब मैंने हामिद अंसारी को फोन किया तो उन्होंने मुझे समझाया गया कि नालायक का यह मतलब नहीं होता. इसके लायक के विलोम में इस्‍तेमाल करना उचित नहीं.'

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अय्यर ने क्या कहा था

कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने मोदी पर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा, 'बीजेपी को डॉ. अम्‍बेडकर के बारे में कुछ नहीं पता. ये (पीएम मोदी) बहुत नीच किस्म का आदमी है. इसमें कोई सभ्यता नहीं है और ऐसे मौके पर इस किस्म की गंदी राजनीति करने की क्या आवश्यकता है.'

इस पर सफाई देते हुए अय्यर ने कहा कि मैंने कहा था, 'कांग्रेस के हर कमरे में नेहरू, इंदिरा, राजीव जी के साथ-साथ अंबेडकर का चित्र होता है. कांग्रेस हमेशा उनको महान नेता समझती है, तो कम से कम PM वह बातें करें जिससे कि राष्ट्र का गौरव बढ़ता हो. PM की तरफ से इतने गंदे शब्दों का इस्तेमाल हो रहा है. हर दिन वह ऐसी बात करते हैं. हमारे नेताओं के लिए इतने गंदे शब्दों का इस्तेमाल, इतनी नापाक सोच. मैंने कहा कि मैं भी उन्हीं के साथ उतर सकता हूं. मैं तो कांग्रेस के किसी औपचारिक पद पर नहीं हूं. मैं फ्रीलांस कांग्रेसी हूं.' 

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उन्‍होंने कहा, 'मुझसे पूछा गया कि प्रधानमंत्री ने कहा कि राहुल गांधी बाबा अंबेडकर के बारे में कुछ नहीं जानते क्योंकि वह बाबा भोलेनाथ के मंदिर में जा रहे हैं. जिस तरह का भवन बनाया गया उस पर इस तरह की राजनीति करना क्या सही है. जब हमारा संविधान बन रहा था तो उसकी तैयारी के लिए डॉक्टर अंबेडकर को यह जिम्मेदारी देने वाले खुद पंडित नेहरु थे. 1942 से लेकर अब तक डॉक्टर अंबेडकर साहब का सबसे ज्यादा विरोध मोदी जी की पार्टी ने किया था. उन्होंने कहा था कि जब हमारे देश में मनुस्मृति है तो संविधान की क्या आवश्यकता है.' 

इस तरह कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने गुरुवार को एक बार फिर विवादास्‍पद बयान देकर कांग्रेस को मुश्‍किल में डाल दिया है. इसके पहले वे कई बार ऐसा कर चुके हैं. लोकसभा चुनाव में उन्‍होंने पीएम मोदी को चायवाला बताया था जिसका कांग्रेस को काफी नुकसान उठाना पड़ा. मणिशंकर अय्यर ने नोटबंदी वाले फैसले की आलोचना करते हुए इसे पागलपन करार दिया था.

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