
कांग्रेस और बीजेपी राहुल गांधी के मंदिर दर्शन को लेकर एक दूसरे के साथ रस्साकशी कर रही हैं. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उपाध्यक्ष के मंदिर दर्शन का सिलसिला गुजरात में जारी है. दूसरे चरण के प्रचार के दौरान भी राहुल गांधी कई मंदिरों के दर्शन करेंगे. अब राहुल गांधी 10 दिसंबर को भगवान श्री कृष्ण के दो और प्रसिद्ध मंदिरों के दर्शन करेंगे.
राहुल गांधी पहले रणछोड़राय के मंदिर डाकोर जाएंगे और उसके बाद शामलाजी के मंदिर जाएंगे. दोनों ही मंदिरों में राहुल लगभग 15 से 20 मिनट रुकेंगे और पूजा अर्चना करेंगे. राहुल गांधी ने शुक्रवार को मोगल धाम मंदिर जो रानेसर में है, वहां जाकर देवी मां के दर्शन किए. राहुल गांधी ने 25 सितंबर को द्वारकाधीश के दर्शन करके द्वारका से ही कांग्रेस पार्टी के गुजरात चुनाव के प्रचार का बिगुल फूंका था. कांग्रेस ने अपने पूरे गुजरात चुनाव के प्रचार की रणनीति में राहुल के ना केवल मंदिर दर्शन का कार्यक्रम रखे बल्कि महाभारत और गीता का जिक्र राहुल के भाषण में भी कराया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जगह-जगह पर कहा कि गुजरात का रण भी महाभारत के युद्ध के समान है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी और वह सत्य की लड़ाई लड़ रहे हैं जबकि बीजेपी के पास ताकत धन और सत्ता है.
राहुल गांधी के मंदिर दर्शन का जो सिलसिला लगभग 2 महीने पहले द्वारकाधीश के मंदिर से शुरू हुआ था सांवलिया जी जाकर रुकेगा. गुजरात में अपने नवसर्जन यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने पिछले 2 महीने में लगभग 15 मंदिरों के दर्शन किए हैं. इनमें से कई तो बहुत प्रसिद्ध मंदिर है, जैसे सोमनाथ , अंबाजी का मंदिर, चोटिला माता मंदिर, खोडलधाम जो कि खोडियार मां का मंदिर, जलाराम बापा का मंदिर, भथजी महाराज का मंदिर खेड़ा में, स्वामीनारायण मंदिर अहमदाबाद और स्वामीनारायण मंदिर गोपीनाथ जी महाराज बोटाद में शामिल है.
बीजेपी ने राहुल के मंदिर जाने पर कई सवाल उठाई तो कांग्रेस ने राहुल के ब्राह्मण होने के सबूत पेश कर दिया, लेकिन राहुल गांधी ने अपनी पूरी मंदिर यात्रा पर चुप्पी तोड़ते हुए सिर्फ इतना कहा कि मैं शिव का भक्त हूं.