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Haryana Election 2019: हरियाणा में BJP बनाम कांग्रेस में मुकाबला, JJP भी मैदान में

भूपेंद्र हुड्डा का मानना है कि उनकी पार्टी राज्य में बढ़ी बेरोजगारी की वजह से सत्तारूढ़ बीजेपी पर बढ़त बना सकती है, जो अनुमान के मुताबिक, 8.4 फीसदी के राष्ट्रीय औसत के मुकाबले 28.7 फीसदी हो गई है.

मतदान की तैयारी में लगे कर्मचारी (फोटो-ANI) मतदान की तैयारी में लगे कर्मचारी (फोटो-ANI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 21 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 7:53 AM IST

  • कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया
  • हुड्डा अपने गढ़ रोहतक जिले के गढ़ी सापला-किलोई से चुनाव लड़ रहे हैं

हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए सोमवार को होने वाले मतदान में बड़े हद तक मुकाबला भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और कांग्रेस के बीच है. जाट प्रभुत्व वाली कुछ सीटों पर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) की ओर से चुनौती दी जा रही है. जेजेपी, इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) से अलग हुआ गुट है. जेजेपी की अगुवाई दुष्यंत चौटाला (31) कर रहे हैं, जिन्हें उनके परदादा देवीलाल के राजनीतिक विरासत के वास्तविक उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है.

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पीएम मोदी ने 7 जनसभाएं कीं

तीन सप्ताह लंबे प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतिम चरण में चार दिनों में 7 जनसभाएं कीं, तो उनके कैबिनेट सहयोगियों-अमित शाह और राजनाथ सिंह ने क्रमश: 7 व 9 रैलियां कीं. बीजेपी के विपरीत कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2 चुनावी रैलियों को संबोधित किया, जिसमें से एक को सोनिया गांधी को संबोधित करना था.

कांग्रेस के प्रमुख जाट चेहरा भूपेंद्र सिंह हुड्डा को राहुल गांधी के साथ मंच साझा करने का मौका नहीं मिला. इसके अलावा राहुल गांधी ने हुड्डा के गढ़ माने जाने वाले इलाकों में चुनाव प्रचार नहीं किया. यह चुनाव बीजेपी के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के लिए लिटमस टेस्ट है, जो राज्य में 'राम राज्य' के सिद्धांत को शासन का आधार मानते हैं. गैर-जाट खट्टर बीजेपी में 1994 से हैं और वह सुरक्षित सीट करनाल से फिर से मैदान में हैं.

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अपने प्रचार अभियान के दौरान उन्होंने मुख्य रूप से राष्ट्रवादी कार्ड खेला, जिसमें केंद्र सरकार की ओर से जम्मू-कश्मीर से संबंधित अनुच्छेद 370 को रद्द करने जैसे बड़े फैसलों को उजागर किया गया है. खट्टर सरकार की प्रमुख उपलब्धि भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देना व सरकारी नौकरियों की भर्ती में पारदर्शिता है. बीजेपी ने बीते चुनाव में 47 सीटें जीती थीं और राज्य में पहली बार सरकार बनाया था. इस बार बीजेपी का लक्ष्य 75 से ज्यादा सीटें जीतने का है.

कांग्रेस के गढ़ में भूपेंद्र सिंह हुड्डा

विपक्ष के नेता और मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक भूपेंद्र सिंह हुड्डा फिर से अपने गढ़ रोहतक जिले के गढ़ी सापला-किलोई से लड़ रहे हैं. हुड्डा का मानना है कि उनकी पार्टी राज्य में बढ़ती बेरोजगारी की वजह से सत्तारूढ़ बीजेपी पर बढ़त बना सकती है, जो अनुमान के मुताबिक, 8.4 फीसदी के राष्ट्रीय औसत के मुकाबले 28.7 फीसदी हो गई है. हुड्डा से मुकाबले के लिए बीजेपी ने आईएनएलडी से दलबदल कर आए सतीश नंदलाल को खड़ा किया है, जो हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए हैं.

हरियाणा में कुल वोटर और प्रत्याशी

हरियाणा में कुल मतदाताओं की संख्या 18,282,570 है. हरियाणा की 90 सीटों पर कुल 1169 प्रत्याशी हैं, जिसमें महिलाओं की संख्या 104 है. सभी 90 सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस चुनाव लड़ रही है, जबकि बीएसपी 87 और इनेलो 81 सीटों पर चुनाव मैदान में है. भाकपा 4 और माकपा 7 सीटों पर लड़ रही है, वहीं निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या 434 है. कुल 19,578 मतदान केंद्रों पर 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. (IANS)

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