
हरियाणा में भले ही कांग्रेस पार्टी ने अभी तक अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, लेकिन महम से कांग्रेस पार्टी के विधायक आनंद सिंह दांगी ने मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया. यही नहीं, दांगी ने कहा कि उनका टिकट फाइनल है, अगर और किसी को टिकट चाहिए हो तो बताए. उन्होंने कहा कि महम विधानसभा में उनका किसी पार्टी से कोई मुकाबला नहीं है.
कांग्रेस पार्टी दिल्ली में हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों का वितरण करने के लिए माथापच्ची कर रही है और अभी तक कोई सूची कांग्रेस पार्टी जारी नहीं कर पाई है. लेकिन वहीं महम से कांग्रेस के विधायक आनंद सिंह दांगी ने अपना नामांकन ही दाखिल कर दिया है. जब उनसे प्रत्याशी न घोषित होने की बात कही गई तो दांगी ने कहा कि उनका टिकट फाइनल है. अगर और किसी को टिकट चाहिए तो वह उन्हें बता दे.
वहीं दांगी ने कहा कि 5 साल से प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. बीजेपी सरकार ने महम विधानसभा क्षेत्र के लिए कोई भी काम नहीं किया है. अकेले महम में ही नहीं पूरे हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार ने कोई जनहित का काम नहीं किया. जहां तक मुकाबले की बात है तो इस विधानसभा क्षेत्र में किसी भी पार्टी से उनका कोई मुकाबला नहीं है और उनके सामने कोई भी पार्टी टिक नहीं पाएगी.
टिकट पर शुक्रवार को फैसला
बता दें कि हरियाणा में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर फैसला करने के लिए कांग्रेस चुनाव समिति (सीईसी) शुक्रवार को बैठक करेगी. सीईसी की बैठक 10 जनपथ स्थित पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर होगी.
विधायकों को टिकट देने पर विचार
2014 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 15 सीटें जीती थीं. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक पार्टी अपने सभी मौजूदा विधायकों को दोबारा से टिकट देने पर विचार कर रही है. सूत्रों का कहना है कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की बहू रेणुका बिश्नोई अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही हैं. रेणुका हिसार जिले की हांसी विधानसभा सीट से विधायक हैं. उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने पिछले लोकसभा चुनाव में हिसार सीट से चुनाव लड़ा था, मगर उन्हें सफलता हासिल नहीं हो सकी थी.
हरियाणा कांग्रेस विभिन्न गुटों में विभाजित है. गत गुरुवार को पार्टी की राज्य चुनाव समिति ने नई दिल्ली में बैठक की थी, मगर इसमें पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर शामिल नहीं हुए थे.