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हिमाचल में BJP को PM मोदी से आस, 3 दिन में ताबड़तोड़ 7 रैलियां

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश में 7 रैलियां होंगी. ये रैलियां 2, 4 और 5 नवंबर को होंगी. सबसे पहले 2 नवंबर को कांगड़ा के रेहान में और शिमला के धौलाकुआं में चुनावी सभा होगी.

नरेंद्र मोदी नरेंद्र मोदी
अमित कुमार दुबे/हिमांशु मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 29 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 12:26 AM IST

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता से बेदखल करने के लिए बीजेपी की अपनी पूरी ताकत झौंक दी है. चुनावी तारीखों की घोषणा होने के बाद केंद्रीय मंत्री समेत कई बड़े नेता लगातार चुनावी रैलियां कर रहे हैं. अब पार्टी की ओर से आखिरी दांव के रूप में पीएम मोदी की 7 रैलियां होंगी.

बीजेपी को मोदी से आस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश में 7 रैलियां होंगी. ये रैलियां 2, 4 और 5 नवंबर को होंगी. सबसे पहले 2 नवंबर को कांगड़ा के रेहान में और शिमला के धौलाकुआं में चुनावी सभा होगी.

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उसके बाद 4 नवंबर को कांगड़ा के रैत और मंडी के सुंदरनगर में पीएम मोदी रैली को संबोधित करेंगे. अगले दिन 5 नवंर को भी पीएम मोदी के हिमाचल प्रदेश में 2 चुनावी कार्यक्रम होंगे. पहला कार्यक्रम हमीरपुर में और दूसरा पालमपुर में होगा. इसके अलावे हिमाचल में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा के भी कई कार्यक्रम हैं.

9 नवंबर को वोटिंग

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटें हैं जहां 9 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी. हिमाचल प्रदेश में वोटिंग के लिए 7,521 मतदान केंद्र होंगे. प्रदेश में सभी 7,521 मतदान केंद्रों पर VVPAT वाली वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा और सभी पोलिंग बूथों की वीडियोग्राफी भी होगी.

बीजेपी को सत्ता में वापसी की उम्मीद

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हिमाचल प्रदेश में कुल 68 विधानसभा सीटे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में राज्य की 68 सीटों में से कांग्रेस को 36, बीजेपी को 26 तो अन्य को 6 सीटें मिली थीं. कांग्रेस को 2007 की तुलना में 2012 के विधानसभा चुनाव में 13 सीटों का फायदा हुआ था, वहीं बीजेपी को 2007 की तुलना में 2012 में 16 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा था.

2012 विधानसभा चुनाव में मिले वोटों पर नजर डालें तो कांग्रेस को 43 फीसदी और बीजेपी को 39 फीसदी वोट मिले थे. 2007 की तुलना में कांग्रेस का वोट 5 फीसदी बढ़ा जबकि बीजेपी को 5 फीसदी वोट का नुकसान उठाना पड़ा. बीजेपी महज 4 फीसदी वोटों से कांग्रेस से पीछे रही लेकिन कांग्रेस की तुलना में उसे 10 सीटें कम मिलीं.

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