
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने नक्सल प्रभावित इलाके चतरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह इलाका कभी नक्सल प्रभावित हुआ करता था. बीजेपी सरकार आने के बाद नक्सलियों का सफाया हो गया है. आज किसी नक्सली की हिम्मत नहीं है की कोई गड़बड़ करे. हमने नक्सलियों को 20 फीट नीचे गाड़ दिया.
अमित शाह के इस दावे पर कांग्रेस के दिग्गज नेता सुबोध कांत सहाय ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि चुनाव आयोग कहता है कि झारखंड के 24 में से 19 जिले नक्सल प्रभावित हैं और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह कह रहे हैं कि नक्सलियों को 20 फीट नीचे गाड़ दिया. ऐसे में अमित शाह झूठ बोल रहे हैं या फिर चुनाव आयोग. इन दोनों में कौन सही और कौन गलत यह बात साफ होनी चाहिए.
बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चतरा की जनसभा में अपने सरकार की उपलब्धियों को गिनाया. इस दौरान शाह ने कहा कि ये क्षेत्र नक्सलवाद से प्रभावित था, जब तक यहां बीजेपी की सरकार नहीं थी. तब शाम होने के बाद कोई बारात भी गांव में नहीं जाती थी. आज डंके की चोट पर शाम को बारात लेकर जाते हैं. किसी नक्सली की हिम्मत नहीं है कि कोई गड़बड़ करे. हमने नक्सलियों को 20 फीट जमीन के नीचे गाड़ दिया.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय ने कहा कि अमित शाह कहते हैं कि झारखंड से नक्सलियों का सफाया हो गया है. नक्सलियों को 20 फिट जमीन के नीचे गाड़ दिया है. जबकि, चुनाव आयुक्त सुनील आरोड़ा कहते हैं कि झारखंड के 24 में से 19 जिले नक्सल प्रभावित हैं. इसीलिए प्रदेश में पांच चरण में चुनाव कराए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में नक्सलियों ने चार जवान और जेएमएम के एक नेता को मार दिया. इसके बाद भी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री रघुवर दास लगातार कह रहे हैं कि नक्सलियों का सफाया हो गया है. जबकि झारखंड में खुलेआम नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार का पर्चा बांट रखा है. ऐसे में कौन झूठ बोल रहा और कौन सच?
बता दें कि झारखंड के पहले चरण की 13 विधानसभा सीटों पर 30 नवंबर को वोटिंग होनी है. यह इलाका नक्सल प्रभावित माना जाता है और तीन राज्यों की सीमा पहले चरण वाले इलाके से मिलती है. ऐसे में झारखंड के निर्वाचन अधिकारी विपिन चौबे ने झारखंड से लगे राज्यों के चीफ सेक्रेटरी का साथ सहयोग ले रहे हैं. भारी संख्या में फोर्स लगाया जा रहा है.