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कर्नाटकः BJP ने सिद्धारमैया के खिलाफ गोपाल राव को उतारा, जारी की तीसरी लिस्ट

पार्टी ने कोलार गोल्ड सीट से अपना उम्मीदवार बदल दिया है. भ्रष्टाचार के मामले में रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद वाई समपांगी से टिकट वापस ले लिया गया है और उनकी जगह उनकी बेटी एस अश्विनी को टिकट दिया गया है.

कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (फाइल फोटो) कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अप्रैल 2018,
  • अपडेटेड 8:42 PM IST

कर्नाटक में 5 साल बाद फिर से सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तीसरी सूची जारी कर दी है, जबकि पूर्व में घोषित एक सीट (कोलार गोल्ड सीट) से अपना उम्मीदवार बदल दिया है.

बीजेपी ने शुक्रवार को 59 उम्मीदवारों की नई सूची जारी कर दी. 224 विधानसभा सीटों के लिए बीजेपी इससे पहले 154 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है. अब तक जारी 3 सूचियों के आधार पर बीजेपी अब तक 213 उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है. अब 11 उम्मीदवारों का ऐलान किया जाना है.

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जिन अन्य सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जाना है, उसमें वरुणा सीट भी शामिल है. इस सीट से माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा के बेटे बीवाई रघुवेंद्र चुनाव मैदान में उतर सकते हैं.

पार्टी ने कोलार गोल्ड सीट से अपना उम्मीदवार बदल दिया है. भ्रष्टाचार के मामले में रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद वाई समपांगी से टिकट वापस ले लिया गया है और उनकी जगह उनकी बेटी एस अश्विनी को टिकट दिया गया है.

CM के खिलाफ बीजेपी का कमजोर प्रत्याशी

तीसरी सूची की खास बात यह है कि बीजेपी ने इसमें मैसूर के चामुंडेश्वरी सीट से गोपाल राव को अपना उम्मीदवार बनाया है, जहां से कांग्रेस के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया चुनाव लड़ रहे हैं. इसी सीट से जनता दल (सेकुलर) ने भी अपना उम्मीदवार खड़ा कर रखा है. कहा जा रहा है कि बीजेपी ने इस सीट से मुख्यमंत्री के खिलाफ कमजोर प्रत्याशी खड़ा किया है.

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गोपाल राव एक ब्राह्मण हैं जबकि चामुंडेश्वरी सीट का इतिहास रहा है कि यहां से वोक्कालिगा या कुर्बा जाति का उम्मीदवार विजयी होता रहा है. इस सीट पर वोक्कालिगा या कुर्बा जाति की बहुलता है, जबकि ब्राह्मणों की संख्या बेहद कम है. 2013 में जेडीएस ने 42.9 फीसदी जबकि कांग्रेस ने 38.9 फीसदी वोट हासिल किया था.

बड़ी बात यह है कि गोपाल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और जीटी देवेगौड़ा की तुलना में बड़े नेता नहीं हैं, और वह पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं.

बीजेपी-जेडीएस की साझी रणनीति!

जनता दल एस के बाद बीजेपी की ओर से इस सीट पर उम्मीदवार खड़ा किए जाने पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि 2006 के चुनाव में भी जनता दल एस और बीजेपी ने उन्हें हराने के लिए इसी तरह की साझा रणनीति बनाई थी.

12 मई को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली सूची में 72 और दूसरी सूची में 82 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था. पहली सूची में पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार बीएस येदुयरप्पा, जगदीश शेट्टार जैसे बड़े नाम शामिल थे, लेकिन दूसरी सूची में पार्टी ने सभी को चौंकाते हुए बेल्लारी सीट से रेड्डी बंधुओं में से छोटे भाई जी सोमशेखर रेड्डी को टिकट दिया.

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जनता दल एस ने भी 56 उम्मीदवारों की सूची जारी की, इसके साथ ही अब तक उसने 182 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं.

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