
मणिपुर में किसी भी पार्टी को चुनाव में स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. मणिपुर में विधानसभा की 60 सीटें हैं. इस चुनाव में कांग्रेस ने 28 सीटें जीती थीं. जबकि बीजेपी को 21 सीटें मिली थीं. लेकिन अब स्पष्ट हो चुका है कि एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में मणिपुर में इस बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है.
NPF के 4 MLA BJP के साथ
एनपीएफ के चार विधायकों ने मंगलवार को मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मुलाकात की. मीटिंग में उन्होंने सरकार गठन के लिए बीजेपी को समर्थन देने की बात कही है.
बीजेपी को मिला 32 विधायकों का समर्थन
60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में कांग्रेस ने 28 और भाजपा ने 21 सीटें जीती थीं. लेकिन अन्य छोटे दलों, एक निर्दलीय और कांग्रेस के एक विधायक के समर्थन से बीजेपी ने 32 विधायकों का समर्थन जुटा लिया है, जो सरकार गठन के लिए पर्याप्त है.
इबोबी सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया
इबोबी सिंह पहले जहां विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने की बात करते हुए सरकार गठन के लिए पहला मौका मिलने की मांग कर रहे थे. वहीं उन्होंने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इससे पहले राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने कहा था कि सिंह के इस्तीफा देने तक वह नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया आरंभ नहीं कर सकतीं.
एन बीरेन सिंह बनेंगे मणिपुर के अगले मुख्यमंत्री
मणिपुर में एन बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है. उन्होंने सोमवार को राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मुलाकात कर राज्य में अगली सरकार बनाने का दावा पेश किया था.
इबोबी सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के पूर्व मंत्री रह चुके हैं बीरेन. एन बीरेन का कहना था कि उन्होंने कांग्रेस के कुशासन के विरोध में पार्टी छोड़ी थी. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में टीम के सुशासन पर जोर देने का आश्वासन दिया.