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चौथे चरण के मतदान के बाद बीजेपी ने अपने बागी नेताओ पर सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है. चौथे चरण में 12 जिलो की 53 सीटों के लिए बीते दिन मतदान हुआ. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने फैसला लिया कि पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने वालों से पार्टी सख्ती ने निबटेगी. ताकि पार्टी में संदेश जाए कि बगावत बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
18 नेता छह सालों के लिए निष्कासित
यूपी बीजेपी के अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने पार्टी आलाकमान के आदेश के बाद पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 18 नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है. इन 18 नेताओं में कौशांबी, इलाहाबाद, आजमगढ़, कुशीनगर, महाराजगंज, संत कबीर नगर और मऊ जिले के नेता हैं. इसी तरह उत्तराखंड में 60 बगावती नेताओं और कार्यकर्ताओं को निष्कासित कर दिया गया है.
बगावत के पीछे आयातित नेता हैं वजह
दरअसल, पार्टी में नेताओ की बगावत के पीछे आयातित नेताओं को दिल खोलकर टिकट देना बड़ी वजह है. उसके बाद टिकट ना मिलने से नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बगावत कर दी. पार्टी ने इन नेताओं को भले ही बाहर निकाल दिया हो लेकिन वे कई जगह पार्टी की फजीहत भी करा रहे हैं. इसके अलावा सरकार के फंसने की स्थिति में काम भी उन्हीं से पड़ सकता है.