
यूपी में अखिलेश खेमा जहां सपा का 'दंगल' निपटाने में व्यस्त हैं, वहीं कांग्रेस नेताओं ने इस बारे में अपनी सक्रियता बढ़ा दी है कि महागठबंधन किस तरह से संभव बनाया जा सके. कांग्रेस और अखिलेश के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन की घोषणा अगले एक पखवाड़े के भीतर ही की जा सकती है. सूत्रों के अनुसार दोनों पक्ष गठबंधन बनाने के इच्छुक हैं. कांग्रेस के आला नेताओं के मंथन से इस बारे में करीब 10 प्रमुख बिंदु उभरकर सामने आए हैं.
सपा-कांग्रेस गठबंधन के दस प्रमुख बिंदु इस प्रकार हो सकते हैं:
1. कांग्रेस यूपी के लिए 96 से 120 सीटों की मांग करेगी.
2. यूपी के लिए कांग्रेस की सीएम फेस शीला दीक्षित मैदान से हट जाएंगी. उन्होंने पहले ही अपना इरादा जता दिया है कि 'जनहित' में वह ऐसा कर सकती हैं.
3. कांग्रेस के चुनावी नारे '27 साल, यूपी बेहाल' में बदलाव किया जाएगा.
4. दोनों पार्टिंयां अपना चुनाव प्रचार 5 मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित रखेंगी- अखिलेश की छवि, विकास, नौकरियों का सृजन, नोटबंदी का असर और किसान कल्याण.
5. इस बात की ज्यादा संभावना है कि प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी के दूसरे इलाकों में प्रचार नहीं करेंगी. सूत्रों के मुताबिक वह अपने को गांधी परिवार के गढ़ अमेठी-रायबरेली तक ही सीमित रखेंगी.
6. यूपी में कांग्रेस का अभियान अभी तक 'ब्राह्मण' केंद्रित रहा है, लेकिन अब रणनीति में बदलाव किया जाएगा और दलित मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की जाएगी, क्योंकि मुस्लिम यदि सपा के पाले में लौटे तो सवर्ण मतदाता इस गठबंधन से दूर ही रहना चाहेगा.
7. चुनाव प्रचार की रणनीति भी तैयार की जा रही है. पार्टी अपने चुनाव प्रचार अभियान के लिए खास तौर से दलित, पिछड़े और मुस्लिम समुदाय के नेताओं को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है.
8. कुछ रैलियों में अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंच पर एक साथ होंगे.
9. समाजवादी पार्टी के ज्यादातर सांसद अखिलेश के साथ हैं, इसलिए कांग्रेस को लगता है कि महागठबंधन बनाने से संसद में भी उनकी स्थिति मजबूत होगी.
10. इस गठबंधन का मुख्य चेहरा अखिलेश यादव ही होंगे.